तूफान से नागपट्टिनम जिले के वेलनकन्नी में 16वीं सदी का बेसीलिका चर्च तबाह हो गया. लोगों की मौत पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये और घायलों को 25 हजार से एक लाख रुपये देने की घोषणा की है.
चेन्नईः भीषण चक्रवातीय तूफान ‘गज’ की वजह से तमिलनाडु में तेज हवा के साथ भारी बारिश जारी है. गज शुक्रवार की सुबह नागपट्टिनम से टकराया था. जिसके बाद वहां काफी संख्या में पेड़ों के गिरने और बिजली के तार टूटने की खबर सामने आई है. पेड़ों के गिरने और बिजली के तार टूटने के कारण 13 लोगों की मौत हो गई. तूफान के गुजरते समय हवा की रफ्तार करीब 120 किलोमीटर प्रतिघंटा थी.
अधिकारियों के अनुसार, तूफान के कारण दस पुरुष और तीन महिलाओं की मौत हो गयी जबकि 28 जानवर बह गए हैं. 81 हजार से अधिक लोगों को कुड्डलूर, नागपट्टिनम, रामनाथपुरम, तंजावुर, पुडुकोट्टई और तिरुवरुर जिलों के 471 राहत केंद्रों में पहुंचाया गया है..
तूफान से नागपट्टिनम जिले के वेलनकन्नी में 16वीं सदी का बेसीलिका चर्च तबाह हो गया. लोगों की मौत पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये और घायलों को 25 हजार से एक लाख रुपये देने की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया है कि तूफान की वजह से फसलों, मछली पकड़ने की नौकाओं, घरों और मवेशियों को होने वाले नुकसान के बारे में तत्काल पता लगाएं.
लोगों की जान जाने के अलावा 1471 झोपड़ियां आंशिक रूप से तबाह हो गयीं और 216 पूरी तरह ध्वस्त हो गयीं. इन जिलों में 4987 पेड़ जड़ से उखड़ गये. किसान नेता पी आर पांडियान ने कहा कि नारियल के लाखों पेड़ गिर गये. कई एकड़ में फैली धान की फसल बर्बाद हो गयी.
उन्होंने किसानों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की. चक्रवातीय तूफान के तमिलनाडु पहुंचने पर नागपट्टिनम जिले में छह सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गयी वहीं कुड्डलूर जिले में नौ से 12 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गयी.
स्कूल कॉलेज में मिली छुट्टी
तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, निचले इलाकों से 76,290 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. नागपट्टिनम के शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया है.
राजस्व मंत्री आर बी उदय कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार ने सफलतापूर्वक हालात का सामना किया. उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण काम था लेकिन हमें विश्वास है कि हमने शत प्रतिशत सुरक्षित तरीके से इसका सामना किया.
पड़ोसी पुडुचेरी में भी भारी बारिश और तेज हवाओं का प्रकोप है. मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने हालात की समीक्षा की. जिला कलेक्टर विजय अभिजीत चौधरी ने कहा कि वनरापेट गांव की 70 वर्ष की एक महिला को उस समय सिर में चोट आई जब कल रात बारिश की चपेट में आने से उसके घर की दीवार गिर गयी.