सरेनी (रायबरेली)। जहां केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार स्वच्छ भारत मिशन योजना को लेकर गंभीर है और समस्त विभागों से संबंधित अधिकारियों को सख्त हिदायत भी दी गई है कि स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत ढिलाई कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी वहीं जिम्मेदारों द्वारा सरकार के आदेशों की खुले आम धज्जियां उडाई जा रही हैं। संबंधित जिम्मेदार सरकार के मंसूबों को पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। मामला सरेनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित प्राथमिक विद्यालय काल्हीगांव का है जहां विद्यालय बदहाली की स्थिति में है और जिम्मेदार मौन हैं। जिम्मेदारों को न सरकार के आदेशों से फर्क पड़ता है और न ही उन्हें आलाधिकारियों का खौफ है। प्राथमिक विद्यालय में शौचालय तो है पर सिर्फ कहने के लिए। संचालित विद्यालय में शौचालय महीनों से ध्वस्त पड़ा हुआ है और विद्यालय के छात्र और छात्राएं खुले में शौच करने के लिए मजबूर हैं। विद्यालय के छात्र व छात्राएं जान जोखिम में डालकर खेत में लगे कटीले तारों को पार कर शौचालय के लिए जाते हैं जिससे कभी भी उनके साथ अप्रिय घटना घट सकती है बावजूद इसके जिम्मेदार मौन हैं। उन्हें देश के भविष्य उन छोटे बच्चों से कोई लेना-देना नहीं और वह सिर्फ तमाशबीन बने हुए यह सब देखकर खुश हैं। यदि उन्हें जरा सा भी उन बच्चों की परवाह होती तो उनके द्वारा तत्काल इस समस्या से निजात दिलाते हुए शौचालय का नवीनीकरण कर बदहाल स्थिति को सुधारा जा सकता था पर उनके द्वारा अभी तक ऐसा कुछ नहीं किया गया। योगी सरकार में विद्यालय में शौचालय का उपयोग न होना उनके आदेशों की अवहेलना करना है जो कि चिंतनीय है। प्राथमिक विद्यालय काल्हीगांव में बाउंड्रीवाल भी ध्वस्त पडी हुई है और गेट भी नदारद है और तो और विद्यालय के कमरों में व मैदान में गंदगी व्यापक रूप से व्याप्त है, पर नतीजा वही जिम्मेदार मौन हैं। जब इस संबंध में ग्राम प्रधान देशदीपक सोनी से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि कार्य प्रारंभ कराया जा रहा है शौचालय के मरम्मत का इस्टीमेट बनाया जा चुका है और जब इसी संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक शंभू शरण से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि मैंने विभाग को इस विषय में शिकायत लिखित में दी है और ग्राम प्रधान से भी संपर्क किया है लेकिन दोनों ही जगहों से सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है।
रिपोर्ट : अनुज मौर्य