कंपनी ने बयान में कहा कि अब जियो अपने यूजर्स से नॉन-जियो टेलिकॉम नेटवर्क पर कॉल करने पर इंटरकनेक्ट फीस वसूलेगी.
रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने अपने प्रीपेड और पोस्टपेड यूजर्स के लिए फ्री आउटगोइंग वॉइस कॉल्स को खत्म कर दिया है. कंपनी ने बयान में कहा कि अब जियो अपने यूजर्स से नॉन-जियो टेलिकॉम नेटवर्क पर कॉल करने पर इंटरकनेक्ट फीस वसूलेगी. हालांकि जियो नेटवर्क पर आने वाली इनकमिंग कॉल्स, जियो टू जियो आउटगोइंग कॉल्स और जियो नेटवर्क से लैंडलाइन फोन्स पर कॉल करना फ्री रहेगा. ये चार्ज आज से ही लागू हो गए हैं.
रिलायंस जियो ने यह कदम हर आउटगोइंग कॉल पर इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज को रिकवर करने के लिए उठाया है. इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज वह चार्ज होता है, जिसे टेलिकॉम ऑपरेटर को अपने सब्सक्राइबर्स द्वारा किसी अन्य नेटवर्क पर की जाने वाली आउटगोइंग कॉल्स पर उस ऑपरेटर को देना होता है. इस चार्ज को जियो को अन्य ऑपरेटर्स को भुगतान करना होता है. इसके चलते जियो ने यूजर्स को फ्री वॉइस कॉल उपलब्ध कराने के लिए भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया को इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज के तौर पर 13500 करोड़ रुपये का भुगतान किया है.
अब नए कदम के बाद जियो सिम यूजर्स को अन्य ऑपरेटर्स के नेटवर्क पर कॉल करने के लिए 6 पैसे प्रति मिनट का चार्ज देना होगा. रिलायंस जियो ने कहा कि हालांकि ऐसा उसी वक्त तक करना होगा, जब तक ट्राई जीरो टर्मिनेशन चार्ज प्रणाली पर शिफ्ट न हो जाए.
अब आए नए टॉप अप वाउचर्स
अभी तक जियो अपने सब्सक्राइबर्स को अन्य मोबाइल नेटवर्क्स पर फ्री मोबाइल वॉइस कॉल्स उपलब्ध कराती थी. जियो यूजर्स को मंथली या लॉन्ग टर्म डाटा बंडल पैक्स लेकर फ्री वॉइस कॉल की सुविधा थी. अब जियो प्रीपेड यूजर्स को अन्य टेलिकॉम नेटवर्क पर वॉइस कॉल करने के लिए नए लॉन्च IUC टॉप अप वाउचर लेने होंगे. इनकी रेंज 10, 20, 50 और 100 रुपये में है. ये टॉप अप वाउचर्स बराबर मिनट और फ्री डाटा भी ऑफर करेंगे.
उदाहरण के तौर पर 10 रुपये के वाउचर में यूजर को नॉन-जियो नेटवर्क पर कॉल करने के लिए 124 मिनट और 1 जीबी अतिरिक्त डाटा मिलेगा. 20 रुपये वाले वाउचर में 249 मिनट और 2 जीबी डाटा, 50 रुपये वाले में 656 मिनट और 5 जीबी डाटा और 100 रुपये के वाउचर में 1362 मिनट और 10 जीबी डाटा मिलेगा. जियो पोस्टपेड यूजर्स को नॉन—जियो नेटवर्क पर कॉल करने के लिए 6 पैसे प्रति मिनट ज्यादा देने होंगे. अतिरिक्त डाटा प्रीपेड के समान ही होगा.
अस्थायी हैं ये चार्ज
रिलायंस ने अपने बयान में कहा कि ये IUC चार्ज अस्थायी हैं और IUC प्रणाली के जीरो हो जाने पर इन चार्ज को हटा लिया जाएगा. ट्राई के प्रावधान के मुताबिक, IUC के लिए जीरो टर्मिनेशन चार्ज प्रणाली 1 जनवरी 2020 से शुरू हो रही है.