रायबरेली। रायबरेली कोतवाली पुलिस अपने इम्तिहान में पास हो गयी। एसपी सुजाता सिंह ने कोतवाली पुलिस की सक्रियता का परीक्षण किया। विभागीय नियमानुसार ऐसे परीक्षण लगभग प्रत्येक थाने की पुलिस को परखने के लिए प्रत्येक वर्ष में एक या दो बार किये जाते हैं। एसपी के माध्यम से एक (काल्पनिक) अपराध की घटना की सूचना कोतवाली पुलिस को दी गयी।सूचना पर तत्काल सक्रिय हुयी पुलिस ने थोड़ी ही देर में सूचना की हकीकत बेपर्दा कर दिया। दरअसल शहर कोतवाली क्षेत्र की पुलिस चौकी जहानाबाद के अंतर्गत एक लूट की सूचना पुलिस की सक्रियता को परखने के लिए पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह की ओर से प्रसारित कराई गई। लूट की घटना पर शहर कोतवाली पुलिस ने पूरी सक्रियता दिखाते हुए चारों तरफ घेरेबंदी कर ली। स्वयं शहर कोतवाल अशोक सिंह परिहार ने मोर्चा संभाला और सघन चेकिंग चलाकर लुटेरे को दबोचने की कोशिश की। पुलिसिया किलेबंदी करने के बाद भी जब शहर कोतवाल को लुटेरा नहीं मिला तो वह आश्चर्य में पड़ गए। क्योंकि वह जानते थे कि जिस तरह लूट हुई है और उनकी पुलिस ने शहर में नाकेबंदी कर दी उससे लुटेरे का बच निकलना नामुमकिन था। बाद में जब कोतवाल को पता चला कि यह लूट नहीं बल्कि पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह द्वारा पर परखने के लिए कराया गया एक मॉक डिल था तो उन्होंने राहत की सांस ली। हालांकि पूरे जिले में चेकिंग होनी थी कहीं-कहीं सुस्ती भी नजर आई है पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह ने कहा की जहां निष्क्रियता मिली है, उसकी रिपोर्ट मांगी गई है।