सलोन (रायबरेली)। अवैध शराब छापेमारी के दौरान एक अधेड़ को पीट-पीटकर मारने का आरोप सलोन पुलिस पर लगा है। घटना के बाद बार्डर सीमा होने के चलते रायबरेली और प्रतापगढ़ पुलिस मौके पर पहुँच गई।पुलिस के मुताबिक पीएम रिपोर्ट में किसी तरह के मारपीट के चोट के निशान नही है। वही मृतक की पत्नी अपने पत्नी की मौत का दोषी सलोन पुलिस को ठहरा रही है। हालांकि पुलिस ने तात्कालिक सहायता के तौर पांच लाख नगद और कृषि आवासीय पट्टा सहित लगभग दस से बारह लाख रुपये आर्थिक सहायता दिलाये जाने जा आश्वाशन दिया है। सलोन पुलिस शानिवर की शाम कोतवाली क्षेत्र के चर पुरवा गांव स्थित अंगूरी बाग पहुचीं। यहां शराब माफिया पुलिस को देखते ही मौके से भाग निकले। ग्रामीणों ने बताया कि बैर, अमरूद की बाग की रखवाली कर रहे सुरेश कुमार सोनकर (50) पुत्र स्वर्गीय महादेव सोनकर को पुलिस ने शराब तस्कर बताकर पकड़ लिया। आरोप यह भी है कि दरोगा राजकुमार और सिपाही राम चंदर ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। पत्नी आशा देवी बचाने दौड़ी तो उस पर भी पुलिस नेे कहर बरपाना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस की पिटाई से सुरेश की मौत हो गई।सूचना पर एसएसपी शशिशेखर सिंह, एडीएम राम अभिलाख प्रजापति सहित कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुँच गई। पुलिस को कई बार ग्रामीणों के गुस्से के आगे झुकना पड़ा। पुलिस जाम बहाल के लिए मिन्नत करती रही और ग्रामीणों दोषी पुलिस कर्मियों की कार्यवाही पर आड़े रहे। पूर्व ब्लाक प्रमुख सुनील धोबी ने बताया कि पुलिस ने मृतक की पत्नी को पांच लाख रुपये नगद दिया है। जबकि प्रसाशन से कृषि वा आवासीय पट्टे के साथ-साथ कृषक दुर्घटना बीमा योजना और मुख्यमंत्री सहायता राशि से 39 हजार रुपये दिये जाने की घोषणा के बाद मार्ग जाम बहाल कराया गया।
रिपोर्ट : प्रदीप गुप्ता