डीएम ने विकास कार्यो को युद्ध स्तर पर पूरा करने के साथ ही कार्यालयों की साफ-सफाई, स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के दिये निर्देश
रायबरेली। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) के अन्तर्गत ऑनलाइन प्राप्त होने वाले सन्दर्भो के निस्तारण के सम्बन्ध में विभागवार समीक्षा की। डिफाल्टर सन्दर्भो की जिन विभागों की संख्या अधिक होने की स्थिति पर जिलाधिकारी द्वारा असंतोष व्यक्त हुए निर्देश दिये कि इस प्रकार के सन्दर्भो को शून्य करने तथा डिफाल्टर की श्रेणी में आने से पहले ही गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध निस्तारण कराये। साथ ही यह भी स्पष्ट हो रहा है कि अधिकतर अधिकारी आईजीआरएस पोर्टल पूरी तरह से जान लें और स्वयं आपरेटर के साथ समीक्षा करते हुए ऑनलाइन शिकायतों का निस्तारण समयबद्ध तरीके से निस्तारण कराये। अपने डैशबोर्ड से अपने विभाग की लॉग-इन का प्रयोग कर शिकायतों के नियमित अनुश्रवण की कार्यवाही करें। समीक्षा में जिला पंचायत राज अधिकारी, पीओ डूडा, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत, अधिशाषी अभियन्ता जल निगम, परियोजना निदेशक डीआरडीए, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी आदि अधिकारियों सहित कई ब्लाकों के खण्ड विकास अधिकारी व एसडीएम के जहां आईजीआरएस संदर्भ लम्बित है वें आईजीआरएस सन्दर्भो के निस्तारण में अपेक्षित रूचि लेने कर निस्तारण समयबद्ध तरीके से करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि डिफाल्टर सन्दर्भो को सबसे पहले गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण किया जाये जिससे भविष्य में डिफाल्टर की स्थिति उत्पन्न न हो। संदर्भ के निस्तारण के दौरान शिकायतकर्ता को भी बताये और उसकी निस्तारण की एक प्रति उसको उपलब्ध कराये। सम्बन्धित पक्षों को बैठा कर संवेदशीलता पूर्वक समस्याओं का निस्तारण करें। जिससे पुनः आईजीआएस में डिफाल्टर न हो।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कलेक्ट्रेट स्थित बचत भवन सभागार में विकास कार्यो की समीक्षा बैठक करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि विकास व निर्माण कार्यो को युद्ध स्तर पर समयबद्ध व गुणवत्तायुक्त तरीके से पूरा कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कार्यो के क्रियान्वयन, गुणवत्ता व मानक में किसी भी प्रकार की कमी क्षम्य नही होगी। जिन अधिकारियों के फील्ड कार्य आधे-अधूरे है वे शीघ्र पूरा करें तथा अपने कार्यो का क्षेत्र में जाकर निरीक्षण भी करते रहें। उन्होंने ने अधिकरियों को निर्देश दिये कि रायबरेली स्वच्छ और साफ-सुथरा बनाये रखने में पूरा सहयोग करें। सर्वेक्षण अभियान में जनपद की स्थिति ग्रेडिंग में नीचे आ गई है जिसे सुधारें तथा अपने कार्यालय और उसके इधर-उधर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें।
जिलाधिकारी ने चिकित्सा विभाग, बाल विकास पुष्टाहार विभाग, पंचायती राज्य विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, डूडा, जल निगम, आरईएस, लोक निर्माण, श्रम विभाग, विद्युत विभाग आदि द्वारा कराये गये कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि जो भी कार्य कराये जाये उसकी फोटोग्राफ प्रस्तुत करें। इसके अलावा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में भी लक्ष्य के अनुरूप समाज कल्याण विभाग द्वारा उचित कार्यवाही करने के निर्देश के साथ ही जिन ब्लाकों में विवाह समारोह में योगदान बेहतर था ऐसे सभी लोगों को प्रशस्त्रि पत्र देकर प्रोत्साहित करें। भवन निर्माण आदि कार्य ऐसे हो उसके सीपेज आदि कार्य दुरस्त रहें। कार्य कही गड़बड़ है मानक के अनुरूप नही है तो कटौती का भी प्रविधान है। कास्टबेरी, थिकनेस, इण्टरलाकिंगविद, पेजिंग, पेंन्टिग आदि शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र हेतु जो कार्य किये जाने है उसे नियमानुसार पूरा कराया जाये। उन्होंने डीपीआरओं को निर्देश दिये कि सभी जहां पर कायाकल्प योजना के माध्यम से जो कार्य होने है नियामानुसार होने हो तो उन्हें पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने-अपने विभाग की योजनाओं को सूचारू रूप से युद्ध स्तर पर पूर्ण कराये और सरकारी योजनाओं के बारे में ग्रामीणों को जानकारी दें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में चयनित समग्र ग्राम इचौली, कनहा, कुसमौरा, बहादुरपुर को विकास आदि कार्या से शीघ्र आछादित करें।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार, ए सीएमओं डॉ0 चक, जिला विकास अधिकारी ए0के वैश्य, एडी सूचना प्रमोद कुमार, एनआईसी के प्रभात द्विवेदी आदि जनपद स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
अनुज मौर्य रिपोर्ट