महराजगंज रायबरेली।
प्रवासी मजदूरो से नोवेल कोरोना संक्रमण गांव तक पहुंचने क़ी आशंका क़े नाम पर सफाई योद्धाओं को घटिया सुरक्षा किट देकर प्रधानों से मनमाने भुगतान का दबाव बनाए जाने क़ी चर्चा क्षेत्र में जोरो पर है।
मामला विकासखंड महराजगंज क़े 53 गांवों क़ी सुरक्षा से जुड़ा है जहां कोरोना संकट से बचाव क़े नाम पर घटिया किट सफाई कर्मियों को प्रदान क़ी गयी वही उन किटो क़े भुगतान को लेकर प्रधानों पर जबरन दबाव बनाया जा रहा। जिससें प्रधानो में आक्रोश व सफाई कर्मियों में असंतोष देखा जा रहा।
बताते चले क़ी बीते दिनो एडीओ पंचायत जितेंद्र सिंह द्वारा एक कानपुर क़ी फर्म से मनमाने रेट में कोरोना संकट क़े नाम पर सुरक्षा किट लेकर सफाई कर्मियों को वितरित क़ी गयी। किट में 65 फागिग मशीनों क़ी घटिया क्वालिटी एवं लीकेज टंकी को लेकर प्रधानों व एडीओ पंचायत में एक सप्ताह पूर्व तनातनी देखने को मिली जिस पर फागिग मशीनो क़ी वापसी फर्म को कराई गयी, वही अब बिल भुगतान को लेकर प्रधानो पर फर्म को 7700 रुपए देने अन्यथा गांव क़ी जांच कराने का दबाव बनाया जा रहा। प्रधानों का कहना है क़ी जब फागिग मशीन घटिया गुणवत्ता क़े चलते वापस कर दी गयी व दुबारा प्राप्त ही नही हुई तो फर्म को एडवांस में पैसा क्यू दे? वही सफाई कर्मियों का कहना है क़ी जान हथेली पर रख ड्यूटी करने को तीन माह में एक बार एक लेयर क़े दो मास्क, व घटिया सेनेटाईजर, ग्ल्ब्स, जूते आदि हम लोगो को दिए गए और तीन-चार हजार रुपए क़े सामान का फर्म को इतने पैसे देकर धन का बंदरबाट करा हम लोगो क़े नाम का इस्तेमाल कर भ्रष्टाचार किया जा रहा। फिलहाल दो ग्राम सभाओं ने दबाववश घटिया किट का भुगतान फर्म को कर दिया है बाकी अन्य प्रधानों ने पेमेन्ट करने से साफ मना करते हुए कहा क़ी यदि भुगतान को लेकर अब दबाव बनाया गया तो सभी प्रधान जिलाधिकारी क़ी चौखट पर न्याय क़ी गुहार लगाएंगे।
एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट