महराजगंज (रायबरेली)। पात्रता सूची में फेरबदल कर अपने सगे सम्बन्धियों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने को लेकर चर्चा में चल रहे सभासद के वार्ड का एसडीएम ने निरीक्षण किया। मौके पर लोगों ने पात्रता सूची में हेरफेर की शिकायत की। वहीं निरीक्षण के दौरान दबंगई देख उपजिलाधिकारी ने सभासद को कड़ी फटकार लगाते हुए चेतावनी दी।
बताते चले की कई दिनों से चल रहे वार्ड नंबर-10 जाकिर हुसैन नगर के सभासद नुरुल हसन की कालोनी के विवाद की जांच करने पहुंची उपजिलाधिकारी के सामने कई तथ्य उभर के सामने आए। जांच के दौरान नगर पंचायत कर्मचारी ने अपनी कलम फंसती देख एसडीएम को गुमराह कर सभासद को बचाते दिखे। वहीं उपजिलाधिकारी को गरीबों द्वारा कच्चे मकान दिखाने पर नगर पंचायत कर्मी व डूडा कर्मचारी बगलें झांकते दिखाई पड़े। फिलहाल मौके पर वार्ड के लोगों ने सभासद पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए अपने सगे सम्बन्धियों के साथ साथ खुद आवास हड़पने का आरोप लगाया। वहीं सभासद के पड़ोसी इरशाद पुत्र यूसुफ ने एसडीएम को जांच के दौरान बैनामा दिखाते हुए नुरुल पर बैनामें की जमीन पर आवास बनाने की बात कहीं। जिस पर एसडीएम शालिनी प्रभाकर ने सभासद व पीडि़त को कार्यालय में कागज प्रस्तुत करने को कहा है। जांच के दौरान लोगों ने अपने-अपने कच्चे मकान दिखाते हुए सभासद व आवास सम्बंधी अधिकारी द्वारा पात्रता सूची में हेरफेर किये जाने का आरोप लगाया। इस दौरान सभासद के आवास के बगल रहने वाली महिला ने एसडीएम को बताया की उसने आवास का आवेदन किया जिसे सभासद ने फाडक़र फेंक दिया जिस पर भडक़ते हुए मौके पर मौजूद सभासद नुरुल हसन ने महिला को आवास न दिलाने की धमकी एसडीएम के सामने ही दी, जिस पर उपजिलाधिकारी ने सभासद को चेतावनी देते हुए कड़ी फटकार लगाई। इस दौरान एसडीएम ने नगर पंचायत कर्मियों से कहा कि वह पारदर्शिता पूर्वक आवास सूची बनाकर पात्र व्यक्तियों को योजना का लाभ दिलाते हुए छूटे हुए लोगों के फार्म भरवाए।