रायबरेली। पत्रकारिता को लेकर आई पत्रकारों की बाढ़ के चलते इस पवित्र पेशे पर भी अब उंगलियां उठने लगी है। पत्रकारिता के नाम पर लोगों को डरा-धमकाकर उनसे वसूली करने की शिकायतें आम हो गयी हैं। सरेनी पुलिस ने एक कथित न्यूज ग्रुप के नाम पर धमकाकर प्रधान से वसूली करने के मामले में एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जानकारी के अनुसार सरेनी थाना क्षेत्र के पाठकखेड़ा निवासी प्रधान राजेश सिंह पुत्र हिम्मत सिंह ने पुलिस को बताया कि फास्ट न्यूज के नाम पर उनके रोजगार सेवक को फोन करके राजकिशोर नाम का व्यक्ति धमका रहा है। यहीं नहीं यह लोग प्रधान से मिलकर कालोनियों में वसूली का आरोप लगाकर उगाही करते हैं। राजकिशोर नाम के व्यक्ति ने फोन पर कहा कि मैं अपने आदमी को भेज रहा हूं, 5000 रुपये दे दो। राजेश सिंह ने बताया कि जब उसने असमर्थता जाहिर की तो राजकिशोर ने कुछ देने को कहा। 1000 देने का तैयार हुआ तो उसने कन्हैया लाल पुत्र मोहनलाल निवासी भगवंत नगर को गाड़ी संख्या यूपी-35 एक्स, 8623 से भेजा। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि प्रधान लक्षईखेड़ा से 15000 हजार, प्रधान काशीखेड़ा से 5000, कोटेदार काशीखेड़ा से 1000 हजार, हमीरपुर ग्र्रामसभा में अमरनाथ और विजय शंकर से 5000-5000 रुपए वसूले। एक फर्जी पत्रकार को मीडिया के सामने प्रस्तुत करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पत्रकारिता पवित्र पेशा है। कुछ लोग उसे बदनाम कर रहें हैं। ऐसे लोगों पर कार्यवाही होनी चाहिए। एसपी ने मीडिया के लोगों से भी कहा कि वह स्वयं ऐसे लोगों को चिन्हित करें और पुलिस को बताए। ताकि पत्रकारिता का सूचिता बरकरार रह सके।