रायबरेली। भाजपा की जिला कार्यसमिति की घोषणा होने के बाद काफी लंबे समय से चल रही अंतर्कलह अब धरातल पर आ गई है। शनिवार को भाजपा नगर अध्यक्ष रवि दीक्षित द्वारा दिए गए इस्तीफे के बाद अब भाजपा की नगर महामंत्री वंदना कश्यप ने भी अपने दर्जनों पदाधिकारियों के साथ पार्टी छोड़ दी है। वन्दना कश्यप से शहर के एक रेस्टोरेंट में प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि उनके पद छोड़ने की मुख्य वजह पार्टी में अनुशासनहीनता और समर्पित कार्यकर्ताओं को सम्मान न देना है। जिस तरह से नगर महामंत्री वंदना कश्यप ने जिलाध्यक्ष और जिला कार्यकारिणी पर आरोप लगाए उससे स्पष्ट हो रहा था कि उनकी मुख्य नाराजगी हाल ही में गठित जिला कार्यसमिति को लेकर है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पार्टी में नौसिखियों को तरजीह दी जा रही है। जबकि पुराने वफादार कार्यकर्ता उपेक्षित हैं। पार्टी जिला कार्यसमिति में ऐसे लोगों को ओहदे दिए जा रहे हैं जिनके बूथों पर भाजपा को एक भी वोट नहीं मिला है। श्रीमती कश्यप ने कहा कि जिनके मुख से कभी भाजपा के लिए शुभ नहीं निकला वह आज पार्टी के शुभेच्छु बने हुए हैं। उन्होंने ऐसे माहौल में कार्य करने में असमर्थता व्यक्त की और अपना इस्तीफा जिलाध्यक्ष सहित प्रदेश व स्थानीय बड़े नेताओं को सौंप दिया है। उनके साथ नगर मंत्री आदर्श सिंह, सेक्टर प्रभारी सुरेंद्र कुमार तिवारी, बूथ अध्यक्ष भारत लाल, नगर मंत्री पुनीत जोशी, नगर उपाध्यक्ष सुनील मिश्रा, सेक्टर प्रभारी आकाश अवस्थी, राजकुमार गुप्ता, बूथ अध्यक्ष बृजेश कौशल, नगर प्रभारी भूपेंद्र श्रीवास्तव, अर्चना चौधरी अजय त्रिपाठी आदि दर्जनों लोगों ने भी अपना इस्तीफा पार्टी को सौंपा है। इन सभी लोगों का आरोप है कि पार्टी में लगातार निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है।