सलोन,रायबरेली।कोरोना महामारी को हराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 21 दिन का लॉक डाउन किया है ।और 21 दिनों तक लोगों से अपने अपने घरों से न निकलने की अपील भी की गई है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों की बढ़ गई है जो रोज कमाते खाते है। इन गरीब और बेसहारा लोगो के लिए सहारा बनी सलोन पुलिस। लॉक डाउन की घोषणा के बाद सलोन कोतवाली के मेस से दो दर्जन से अधिक गरीब आदि वासियो के लिए भोजन का इंतजाम किया गया।और उन्हें खाना खिलाया गया।वही एक दिव्यांग युवक को पुलिस की तरफ से खाने के लिए कुछ पैसे भी दिए गये।वही उपनिरीक्षक द्वारा भट्टो पर रुके मजदूरों के खाने पीने के बारे में भी जानकारी हासिल की गई है।लॉक डाउन होने के बाद सबसे ज्यादा असर रोज खाने कमाने और शहर से पलायन करने वालो के ऊपर हुआ है।शनिवार को क्षेत्राधिकारी राम किशोर सिंह कोतवाली प्रभारी बृजमोहन ने पुलिस बल के साथ ग्राम सभा बनिया का पुरवा में एक तंबू तान कर रह रहे आदि वासियो के पास पहुँचे।जिसके बाद लगभग दो दर्जन से अधिक महिला,पुरूष,बच्चो को भरपेट भोजन कराया गया।इस दौरान दिव्यांग सन्दीप कुमार निवासी कंजिहार और एक महिला को खाने के लिए पैसे दिये गए है।वही लॉक डाउन में भट्टे पर कार्य कर रहे श्रमिको के खाने पीने की जानकारी उपनिरीक्षक विवेक त्रिपाठी ने मौके पर पहुँच कर की है।उन्होंने बताया कि भट्ठा संचालक मजदूरों के खाने पीने की व्यवस्था स्वयम करे।कोतवाली प्रभारी बृजमोहन ने बताया कि मध्य प्रदेश के रहने वाले गरीब आदि वाशियो के खाने की व्यवस्था पुलिस की तरफ से की गई थी।आगे भी यह क्रम चलता रहेगा।
अनुज मौर्य/प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट