रायबरेली। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के जिलाध्यक्ष बसन्त सिंह बग्गा ने अधिशाषी अभियन्ता विद्युत वितरण खंड (ग्रामीण) को मांग-पत्र प्रस्तुत कर अपेक्षा की है कि विद्युत विभाग छोटे-छोटे व्यापारियों का आर्थिक दोहन बन्द कर उनकी समस्याओं का शीघ्र निदान करेंगे।
अधिशाषी अभियन्ता को दिये गये मांग-पत्र में लिखा गया है कि विद्युत विभाग द्वारा बिना किसी प्रचार-प्रसार के छोटे-छोटे दुकानदार जो घरों में अपनी जीविका हेतु अभी हाल ही में दुकाने खोले हैं, उनको कार्मशियल मानते हुए असेसमेन्ट बिल की नोटिस तामील की गयी। साथ ही जिन लोगों का कार्मशियल कनेक्शन हैं, उन्हें भी असेसमेन्ट बिल तीस हजार से सत्तर हजार रुपए तक के बिल भेज दिये गये हैं। साथ ही छह-छह महीने के बिल भेजे जा रहे हैं। प्रान्तीय संगठन मंत्री मुकेश रस्तोगी ने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा ऊंचाहार की बाबूगंज बाजार में ऐसे-ऐसे लोगों को कामर्शियल कनेक्शन की नोटिस दी गयी है, जिनका कोई व्यापार ही नहीं है। पान का दुकानदार, सिलाई करके जीवन-यापन करने वाली विकलांग महिला तक को अपना शिकार बनाने से बिजली विभाग ने नहीं छोड़ा है, जिसकी वजह से व्यापारियों में काफी आक्रोश है। अधिकारी ने ऊंचाहार के अधिशाषी अभियन्ता को प्रकरण प्रेषित कर अविलंब समस्या के निदान का भरोसा दिलाया। व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों ने अधिशाषी अभियन्ता को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र समस्या का निदान न हुआ तो व्यापार सडक़ों पर उतरने को मजबूर होगा। साथ ही निर्णायक आन्दोलन करेगा। मांग-पत्र देने वाले व्यापारियों में सुरेश यादव, मनोज गुप्ता, अतुल श्रीवास्तव, सत्यांशु दुबे, अनुज त्रिवेदी, विजय सोनकर, जितेन्द्र मौर्या, शाकिब कुरैशी, अश्वनी श्रीवास्तव, आकाश मौर्या, बन्नाराम अठवानी, बाबू भाई, दिलीप सिंह आदि लोग शामिल रहे।