एक तालाब की खुदाई के वक्त जमीन के 15 फीट नीचे राकेट से दागा जाने वाला ग्रेनेड मिला है. इस ग्रेनेड के शैल का थोड़ा हिस्सा गल चुका है. फोरेंसिक टीम जांच के बाद इस ग्रेनेड के बारे में जानकारी करने में नाकाम रही.
मेरठ: एक तालाब की खुदाई के वक्त जमीन के 15 फीट नीचे राकेट से दागा जाने वाला ग्रेनेड मिला है. इस ग्रेनेड के शैल का थोड़ा हिस्सा गल चुका है. फोरेंसिक टीम जांच के बाद इस ग्रेनेड के बारे में जानकारी करने में नाकाम रही. फिलहाल बम स्क्वाउड टीम मौके पर ग्रेनेड की जांच में जुटी हुई है.
मेरठ के दौराला इलाके में दिल्ली-दून राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे सिवाया गांव में बीते 15 दिनों से तालाब की खुदाई चल रही है. करीब 15 फीट तक तालाब को खोदे जाने के बाद जब मजदूर यहां खुदाई का काम कर रहे थे, तभी उनकी नजर मिट्टी में दबे हुए एक अजीब सी चीज पर पड़ी.
मजदूरों ने सावधानी से उस चीज को मिट्टी से बाहर निकाला तो उनके होश उड़ गये. मिट्टी में दबी यह चीज ग्रेनेड जैसी है जो राकेट से दागा जाता है. इस ग्रेनेड को देखने के लिए थोड़ी ही देर में पूरे गांव का हुजूम मौके पर जुट गया. मजदूरों ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस मौके पर मामले की जांच करने पहुंची.
दौराला थानेदार ने उच्चाधिकारियों को राकेट-ग्रेनेड मिलने की जानकारी दी तो अफसरों ने मौके पर फोरेंसिक टीम को भेज दिया. चूंकि फोरेंसिक टीम का काम इस दायरे में नहीं आता इसलिए अफसरों को सूचित करने के बाद फोरेंसिक टीम मौके से लौट गई. बाद में अफसरों ने बम स्क्वायड दस्ते को मौके पर पहुंचने का आदेश दिया जिसके बाद से लगातार खुदाई में मिले ग्रेनेड की जांच की जा रही है.
एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि जो ऑबजेक्ट मौके से मिला है उसकी शक्ल राकेट से लांच किये जाने वाले ग्रेनेड जैसी है. यह काफी पुराना दिख रहा है और इसका कुछ हिस्सा मिट्टी में दबे रहने के कारण खत्म भी हो चुका है. फिलहाल बम स्क्वाउड दस्ता मौके पर जांच कर रहा है. साथ ही, सेना की एक टीम भी मौके पर बुलाई गयी है. पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह ऑबजेक्ट विस्फोटक है भी या नहीं.