रायबरेली। जिले में अमृत योजना के तहत सीवर लाइन बिछाने का कार्य किया गया।सड़के खोदी गयी,किन्तु उसकी मरम्मत आज तक नही हो पाई।सीवर बिछाने का कार्य लगभग दो माह पूर्व ही पूरा करवा लिया गया।जिसमें बरगद चौराहा से बड़ा घोसियाना तक व दूसरी मामा चौराहा से राजकीय कालोनी होते हुए फिरोज गांधी कालोनी के पास झूले लाल मंदिर तक।अब इन रास्तों में चलने वाले मुसाफिर व अगल बगल की बस्तियों के लोगो के साथ दुकानदारों को उड़ती हुई धूल का सामना करना पड़ रहा है।इस धूल से बड़ी बड़ी बीमारियों से ग्रसित होने के खतरे से लोगों की नींद उड़ी पड़ी है।हमारे संवाददाता ने जब इस मामले की पड़ताल की तो लोगों ने बताया कि उड़ती धूल ने जीना दुश्वार कर दिया है।
स्कूली बच्चों के लिए परेशानी
इन रास्तों से जाने वाले स्कूल के छात्र-छात्राओं व छोटे छोटे बच्चों की धूल का सामना करना पड़ता है।यहां तक कि घर से साफ सुथरा निकलने के बाद इसी रास्ते पर फिर से गंदे दिखाई पड़ते है।जब कोई वाहन गुजरता है या फिर तेज हवा का झोंका आता है तो सब आने जाने वाले धूल से ढक जाते है।
धूल की वजह से इन बीमारियों का खतरा।
इस उड़ती धूल की वजह से लोगों में एलर्जी,दमा, अस्थमा व कैंसर की बीमारी का खतरा रहता है।
सिर्फ वीआईपी क्षेत्र में होता पानी का छिड़काव
जिन सड़को पर सीवर लाइन बिछाने का कार्य किया,उनमे सिर्फ वीआईपी जगहों पर ही पानी का छिड़काव किया जाता है।जिसमे राजकीय कालोनी भी आता है।बाकी जगहों पर नगर पालिका प्रशासन व जिला प्रशासन कोई भी छिड़काव करवाने से कतराता है।
अनुज मौर्य/पवन मौर्य रिपोर्ट