प्राधिकरण की टीम जीसीबी मशीनों को लेकर शाहबेरी गांव पहुंच गई और अवैध इमारतों को गिराना शुरू कर दिया. प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ प्रशासन के भी आला अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके.
ग्रेटर नोएडा: दो महीने पहले ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में बारिश के दौरान हुए इमारत हादसे की यादें आज भी जहन में सिहरन पैदा कर देती हैं. हादसे में पहले तो खूब लीपापोती हुई बाद में मीडिया में खबर आने के बाद जिला प्रशासन सहित ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की नींद आखिरकार टूट गयी. प्राधिकरण ने कार्यवाही करते हुए इलाके की तीन अवैध रूप से बनाई गई इमारतों को गिरा दिया.
प्राधिकरण की टीम जीसीबी मशीनों को लेकर शाहबेरी गांव पहुंच गई और अवैध इमारतों को गिराना शुरू कर दिया. प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ प्रशासन के भी आला अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके. इस कार्यवाही को लेकर शाहबेरी गांव में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
कार्यवाही के दौरान अधिकारियों को गांव मे रहने वाले लोगों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा. अधिकारियों का कहना है कि अवैध बिल्डिंगों को पहले ही नोटिस भेजा जा चुका था. लेकिन बिल्डरों की अनदेखी के बाद आज प्राधिकरण को ये कार्यवाही करनी पड़ रही है.
बता दें कि ग्रेटर नोएडा का शाहबेरी गांव में बारिश के दौरान 2 इमारतें ताश के पत्तों की तरह बिखर गयीं थीं. जिसके मलबे में दब कर 9 लोगों की जिंदगियां काल के गाल में समा गयीं थीं. हादसे के बाद प्रशासन ने अवैध निर्माणों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया था और 5 लोगों को गिरफ्तार कर कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर ली थी.
वहीं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शाहबेरी में अवैध निर्माण पर नोटिस चस्पा किये थे और कहा था कि 7 दिन के अन्दर या बिल्डर अवैध निर्माण को गिरा दें नहीं तो प्राधिकरण इमारतों को गिरा देगा.