तहसीलदार ने सार्वजनिक नीलामी में मीडिया कर्मियों को कवरेज करने से रोका,क्या छुपाना चाहते थे तहसीलदार

231

सलोन रायबरेली-बहुचर्चित सलोन तहसील साइकिल स्टैंड का ठेका पारी के प्रदीप शुक्ला के नाम रहा।वही काफी दिनों से पशोपेश में पड़े तहसीलदार को अपने चहेते को साइकिल स्टैंड का ठेका देने की मंशा पर पानी फिर गया।जिसके बाद नीलामी बोली के दौरान तहसीलदार ने मीडिया कर्मियों को बाहर कर दिया।
बुधवार को लगभग दोपहर तहसील सभागार में आयोजित साइकिल स्टैंड नीलामी में चार लोगों ने प्रतिभाग किया।जिसमे पारी से प्रदीप शुक्ला, सलोन से दिनेश अग्रहरि, सिरसिरा से सुनील मिश्रा व सुंची के रहने वाले ठेकेदारों ने भाग लिया था।तहसील परिसर में लगने वाली साइकिल स्टैंड की प्रथम बोली दिनेश अग्रहरि ने 55 हजार लगा कर की।जिसके बाद प्रदीप ने 62 हजार तो सुनील ने 70 हजार लगाकर बोली कि शुरुवात की।वही अचानक तहसीलदार अजय कुमार गुप्ता ने जमा सिक्योरटी के अतिरिक्त ठेकेदारों से बीस हजार रुपये अतिरिक्त जमा करवा लिया।जिसके बाद सभी ठेकेदारों ने पैसे जमा कर दिया।वही साइकिल स्टैंड का ठेका तहसीलदार अपने चहेते को देने के चक्कर मे बार बार अन्य ठेकेदारों को भ्रमित करते रहे।इस दौरान बोली एक लाख 96 हजार पार कर गई।वही दूसरे नम्बर पर सुनील अग्रहरि ने एक लाख 98 हजार की बोली लगाकर सबको हैरान कर दिया।अंत मे पारी निवासी ठेकेदार प्रदीप शुक्ला ने दो लाख रुपये बोली लगाकर साइकिल स्टैंड का ठेका अपने नाम कर लिया।पूरे नीलामी के दौरानं तहसीलदार सलोन अजय कुमार गुप्ता ने मीडिया कर्मियों को नीलामी प्रक्रिया से प्रतिबंधित कर रखा था।उक्त सम्बन्ध में जब एसडीएम सलोन को फोन किया गया तो उन्होंने फोन नही उठाया।विदित हो कि 25 मार्च के बाद से नीलामी तिथि लगभग सात से आठ बार तहसीलदार सलोन ने बदली थी।इस सम्बंध में तहसीलदार अजय गुप्ता ने बताया कि साइकिल स्टैंड का ठेका आखिरी नीलामी बोली प्रदीप शुक्ला ने दो लाख रुपये में बोली।जिसके बाद सलोन साइकिल स्टैंड का ठेका की नीलामी प्रक्रिया सम्पन्न हुई।

प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट

Previous articleनए खाद्य एवं आवश्यक वस्तु निगम गोदाम प्रभारी के आते ही दलालों की दलाली हो गई बन्द ,दलालों में मचा हड़कम्प
Next articleसंदिग्ध परिस्थितियों में युवक ने लगाई फांसी