डॉक्टर आर के वर्मा विधायक द्वारा संतो का अपमान करने एवं अंग्रेजों का स्तुति गान करने के लिए मांगा गया इस्तीफा
प्रतापगढ़ -सर्वोदय सद्भावना संस्थान द्वारा धर्म सम्राट परम पूज्य स्वामी करपात्री जी का 114 वां जन्मोत्सव रामानुज आश्रम में विश्व कल्याण दिवस के रूप में मनाया गया। स्वामी जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करके माल्यार्पण करने के पश्चात धर्माचार्य ओमप्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास ने कहा कि धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी इस प्रतापगढ़ की पावन धरती पर जन्म लेकर इस धरा को पवित्र किया। वैसे जनपद प्रतापगढ़ में परम श्री वैष्णव विद्वान स्वामी जी पीठाधीश्वर बैकुंठ धाम मंदिर अलोपी बाग प्रयाग दार्शनिक सार्वभौम श्रीमन माधवाचार्य पीठाधीश्वर श्री राम मंदिर वडगादी मुंबई परम पूज्य स्वामी श्री टीकमाचार्य जी महाराज पीठाधीश्वर गोपाल मंदिर रायपुर अवतरित होकर पूरे विश्व में फैलाया।
परम पूज्य स्वामी जी प्रतापगढ़ के गौरव थे। दशनामी परंपरा के सन्यासी थे। दीक्षा के उपरांत आपका नाम हरिहरानंद सरस्वती पड़ा, किंतु हाथ की अंजुलि के बीच में जितना प्रसाद आता था उतना ही पाते थे। इसलिए आपका नाम करपात्री पड़ा। धर्म शास्त्रों में आपकी अति एवं अतुलनीय विद्वता को देखते हुए धर्म सम्राट की उपाधि प्रदान की गई । आप एक परम तपस्वी महामानव महान साधक विचारक विशिष्ट धर्मवीर आख्या का और सनातन धर्म के प्रचारक थे।पूरी दुनिया में आज धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो प्राणियों में सद्भावना हो विश्व का कल्याण हो भारत अखंड हो गौ हत्या बंद हो का उद्घोष देकर सनातन धर्म को उपकृत किया।
स्वामी जी इस देश की आजादी के लिए जेल गए गौ हत्या के विरोध में अपना जीवन जेलों में बिताया और देश की आजादी के लिए 7 नवंबर 1966 को गोपाष्टमी के दिन दिल्ली में गौ हत्या को रोकने के कानून को बनाने के लिए संतों के साथ प्रदर्शन किया। जहां संतो के ऊपर लाठियां बरसाई गई मेरठ जेल में कैदियों द्वारा स्वामी जी को पिटवाया गया जिससे उनके एक आंख की रोशनी चली गई। स्वामी जी ने इंदिरा गांधी को श्राप दिया। जिस श्राप के कारण आज कांग्रेस रसातल की ओर जा रही है और गोपाष्टमी के दिन ही इंदिरा गांधी तथा उनके बेटे राजीव की हत्या हुई।
आपने अनेक ग्रंथों की रचना किया जिसमें से मुख्य रूप से रामायण मीमांसा रामराज्य और मार्क्सवाद वेदार्थ पारिजात विचार पीयूष आदि अद्भुत ग्रंथ है। आपने कहा धर्म नीति का पति है और धर्म के बिना राजनीति विधवा के समान है। इसलिए धर्म सापेक्ष राजनीति होनी चाहिए। इस अवसर पर धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी के चरित्र पर पुस्तक की रचना करने वाले कवि एवं साहित्यकार संगमलाल तिवारी भंवर जी को अंगवस्त्रम एवं माल्यार्पण करके सम्मानित किया गया। सर्वसम्मति से दो प्रस्ताव पारित हुए जिसमें धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी को भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न को प्रदान करने एवं संगम लाल सांसद द्वारा इस मामले में लोकसभा मैं उठाने तथा प्रधानमंत्री को ज्ञापन देने के लिए बधाई दी गई।
द्वतीय प्रस्ताव में विगत दिवस विश्वनाथगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉक्टर आर के वर्मा द्वारा 7 अगस्त को धर्माचार्यों की निंदा करने तथा अंग्रेजों की गुलामी की स्तुति गान करने के लिए उनकी निंदा करते हुए उनसे विधायक पद से इस्तीफे की मांग की गई।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि डॉ श्याम शंकर शुक्ला श्याम सुनील प्रभाकर आचार्य आलोक संतोष दुबे पूर्व सभासद गिरजेश तिवारी पंडित अशोक तिवारी कथा व्यास संजय शांडिल्य पं अनमोल शास्त्री आनंद व्यास आचार्य दीपक शेष नारायण दुबे राही सुरेश नारायण दुबे व्योम प्रेम कुमार त्रिपाठी प्रेम बद्री प्रसाद मिश्रा ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
अवनीश कुमार मिश्रा रिपोर्ट