जलभराव से निपटने के लिए प्रधान व सचिव ने किए लाखों ख़र्च, फिर भी समस्या ज्यों की त्यों।
अमावां (रायबरेली) । रायबरेली सदर तहसील के विकास क्षेत्र अमावां की ग्राम पंचायत हरदासपुर में जलभराव से निपटने के लिए ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव ने उल्टी गंगा बहा कर लाखों रुपये खर्च कर दिए,किन्तु जलभराव से निजात ग्रामीणों को नही मिली।
दरअसल एक महीने पहले हरदासपुर माइनर कट जाने से गांव के किनारे तालाब में जलभराव हो गया था,सड़क पर पानी भर जाने से ग्रामीणों को आने जाने में दिक्कत होने लगी थी।जिसकी शिकायत पर पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान ने 300 मीटर लंबे नाले को साफ न करवाकर लगभग 1300 मीटर लम्बा नाला खोदवा दिया और पैसे का बंदरबांट भी कर लिया।अब बारिश होने पर सड़क पर फिर पानी भरा है।जिससे लोगों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पुराने नाले की स्थिति
दरअसल जिस नाले से तालाब के पानी का निकास होता है,उसे ग्राम प्रधान ने वोट बैंक साधने के चक्कर मे साफ नही करवाया।उस नाले पर लोगों का अवैध कब्जा है,उसके ऊपर शौचालय भी बनवा दिए गए है।लोगों ने घर बनवाकर उस पर छज्जा डाल कर शौचालय बना दिये।किसी ने भी पुराने नाले से अतिक्रमण हटाने को नही सोचा।
पुराने नाले के साफ हो जाने से महज 300 मीटर की दूरी से पानी निकल जाता था,जबसे नाले पर अतिक्रमण हुआ,तब से गांव में जलभराव बना रहता है।
2 दर्जन से अधिक घरों ने सरकारी नाले पर किया कब्जा,
तालाब के जलभराव हुए पानी को निकालने वाले नाले पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्यवाही प्रशासन द्वारा करने की मांग ग्रामीण कर रहे है कार्यवाही के बाद ही 500 घरो की आबादी वाले इस गांव के लोगों को राहत मिलेगी।
अनुज मौर्य रिपोर्ट