बीजेपी MLC ने ब्राह्मण के नाम पर प्रतापगढ़ मेडिकल कॉलेज का नाम करने की मांग की

67

लखनऊ: बसपा और समाजवादी पार्टी के बाद अब बीजेपी के नेता भी ब्राह्मण वोट सुरक्षित करने की जुगत में लग गए हैं. बीजेपी के एमएलसी उमेश द्विवेदी ने सीएम योगी को पत्र लिखकर प्रतापगढ़ मेडिकल कॉलेज का नाम सोनेलाल पटेल के बजाय मुनीश्वर दत्त उपाध्याय के नाम पर करने की मांग की. विकल्प के रूप में उन्होंने स्वामी करपात्री जी का नाम भी सुझाया है. राजनीतिक समीकरण अनुकूल बनाने के लिए मेडिकल कॉलेजों का नामकरण करने के फैसले को लेकर अब योगी सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे गए पत्र में उमेश द्विवेदी ने लिखा है कि प्रतापगढ़ जिला आजादी के समय से ही धर्म साहित्य शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहा है. यहां के स्वामी करपात्री जी महाराज ने भारतीय संस्कृति का परचम पूरे विश्व में लहराया था. दूसरी ओर पंडित मुनीश्वर दत्त उपाध्याय ने पूरे जिले की लगभग सभी तहसील और ब्लॉक में विद्यालय की स्थापना की. जिसमें पढ़कर कई आईएएस और पीसीएस समेत अन्य उच्व सेवाओं में लोग चुने गए. दोनों स्वर्गीय महापुरुषों का नाम पूरे प्रतापगढ़ जिले में आदर के साथ लिया जाता है. इसलिए प्रतापगढ़ जिले के लोगों की भावनाओं से मैं स्वयं अपनी भावना को जोड़ते हुए प्रतापगढ़ जिले के मेडिकल कॉलेज का नाम परिवर्तन करते हुए उक्त दो में से किसी महापुरुष के नाम से करने का कष्ट करें. उन्होंने मुख्यमंत्री मंत्री के साथ ही यह पत्र शिक्षा मंत्री को भी भेजा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश के नौ मेडिकल कॉलेजों का 30 जुलाई को लोकार्पण करेंगे. प्रदेश सरकार ने सिद्धार्थनगर के मेडिकल कॉलेज का नाम माधव प्रसाद त्रिपाठी के नाम पर रखा है. देवरिया मेडिकल कॉलेज देवराहा बाबा के नाम पर, मिर्जापुर का विंध्यवासिनी के नाम, गाजीपुर का महर्षि विश्वामित्र, प्रतापगढ़ में मेडिकल कॉलेज सोनेलाल पटेल के नाम पर रखने का फैसला किया है.

मेडिकल कॉलेजों के नामकरण को लेकर योगी सरकार के इस फैसले को विपक्ष राजनीति के रूप में देख रहा है. विपक्ष ने आरोप लगाया कि जातीय समीकरण साधने के लिए योगी सरकार नाम बदल रही है. यह सरकार केवल नाम बदलने की राजनीति करती आई है. ऐसे में अब भाजपा के ही एमएलसी उमेश द्विवेदी के सीएम योगी को पत्र लिखने पर विपक्ष के आरोपों को बल मिलता दिखाई दे रहा है.आपको बता दें कि इससे पहले उमेश द्विवेदी उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने बिकरू कांड से जुड़ी खुशी दुबे को भी जेल से छोड़ने की गुहार लगाई थी.।

अवनीश कुमार मिश्रा रिपोर्ट

Previous articleसीएचसी बीकापुर में कोविड टीकाकरण अव्यवस्था का शिकार
Next articleराम भरोसे सुरक्षा व्यवस्था महराजगंज डाकघर की