“बीमार”अस्पतालाें को खुद ‘दवा’ की दरकार,अब हाथों में लिखी जा रही कमीशन वाली दवाइयां

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महराजगंज रायबरेली।महराजगंज रायबरेली।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भ्रष्ट चिकित्सक़ो द्वारा कमीशनखोरी से कमाई क़े नायाब तरीक़े ढूढ़ ढूढ कर निकाले जा रहे। जिससें मरीज अपने क़ो ठगा महसूस कर रहे।
बताते चले क़ी बुधवार क़ो सीएचसी इलाज कराने पहुंची एक मरीज महिला सावित्री क़े हाथ में ही चिकित्सक ने बाहर से खून क़ी जांच कराने का पर्चा लिख दिया। मालूम हो क़ी अभी 3 फरवरी क़ो शिवगढ़ थाना क्षेत्र क़े रीवा गांव क़ी केतक़ी अपने 12 वर्षीय बेटे हिमांशु का इलाज कराने सीएचसी आई थी, जहां सीएचसी में मरीज का इलाज करने वाले डाक्टर द्वारा प्राइवेट मेडिकल स्टोर क़ो फोन कर 1200 रुपए क़ी दवा मंगा दी वही सुविधा शुल्क क़े रूप में 400 रुपए भी अटेंडेंर क़ो दिलवा दिया। वही 17 फरवरी क़ो सीएचसी महराजगंज क़े दो सरकारी पर्चे पाए गए जिसमे चिकित्सक ने पर्चों पर ही कमीशनखोरी क़ी दवा बाहर क़े लिए लिख दी। अब कमाई क़े नायाब तरीक़े क़े रूप में चिकित्सक़ो द्वारा मरीजो एवं तीमारदारों क़े हाथो पर बाहर क़ी दवा एवं खून क़ी जांच आदि लिखी जा रही। मालूम हो क़ी बुधवार क़ो महिला मरीज क़े हाथो में ही खून क़ी जांच बाहर से कराने क़ो लिखी गयी। जबकि सीएचसी में खून क़ी जांच किए जाने क़ी निःशुल्क व्यवस्था मौजूद है। वही लगातार कमीशनखोरी होने क़े बावजूद अधीक्षक डा.राधाकृष्णा अंकुश लगा पाने में असफल साबित हो रहे। मालूम हो क़ी अधीक्षक डा.राधाकृष्णा क़े ऊपर भी बाहर से दवा लिखे जाने क़े आरोप भाजपा मंडल अध्यक्ष सूर्यप्रकाश वर्मा द्वारा लगाए गए है, अब जब दूध क़ी रखवाली बिल्ली क़ो ही सौपी गयी है तो फिर व्यवस्था में सुधार क़ी बात बेईमानी ही दिखाई पड़ती है।

एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट

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