जिले के एक सरकारी सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय में ‘भारत माता की जय’ बोलने पर पाबंदी और भारत माता की जय बोलने वाले छात्र को सजा देने के खुलासे से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दिये हैं.
बलिया: जिले के एक सरकारी सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय में ‘भारत माता की जय’ बोलने पर पाबंदी और भारत माता की जय बोलने वाले छात्र को सजा देने के खुलासे से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दिये हैं.
जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने शनिवार को बताया कि उन्होंने वीडियो सामने आने के बाद मामले में जांच के आदेश दिये हैं. उन्होंने बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षक नरेंद्र देव पांडेय मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे. खंगारौत ने बताया कि रिपोर्ट मिलने के बाद मामले में कठोर कार्रवाई की जायेगी.
बिल्थरा रोड स्थित मानस मंदिर नामक सामाजिक संस्था के प्रबंधक शिव कुमार जायसवाल ने बताया कि उन्होंने संस्था के अन्य पदाधिकारियों के साथ शुक्रवार को जीएमएएम इंटर कॉलेज का दौरा किया. इस दौरान विद्यालय के शिक्षकों और छात्रों से बातचीत की गयी.
वीडियो में बातचीत के दौरान अर्थशास्त्र के अध्यापक संजय पांडेय यह कहते दिख रहे हैं कि उनके विद्यालय में वन्देमातरम और भारत माता की जय बोलने पर पाबंदी है. उन्होंने बताया कि विद्यालय में अगर कोई छात्र गलती से प्रार्थना के समय राष्ट्र गान के बाद भारत माता की जय बोलता है तो उसे प्रताड़ित किया जाता है.
उन्होंने बताया कि एक छात्र ने प्रार्थना के समय भारत माता की जय बोल दिया तो उसे धूप में खड़ा करके मुर्गा बनाया गया.
वीडियो में विद्यालय के छात्र भी यह कहते दिख रहे हैं कि उनके विद्यालय में वन्देमातरम और भारत माता की जय बोलने पर पाबंदी है. समिति ने इस मसले पर मुख्यमंत्री को पत्र और वीडियो प्रेषित कर कार्रवाई का अनुरोध किया.
जायसवाल ने बताया कि विद्यालय में देशद्रोह का कृत्य करते हुए छात्रों को वन्देमातरम और भारत माता की जय बोलने से वंचित किया जा रहा है. विद्यालय के प्रधानाचार्य माजिद नासिर ने हालांकि दावा किया कि साजिश के तहत उनके विद्यालय को बदनाम किया जा रहा है.