वाराणसी से निकली ‘जन अधिकार चेतना यात्रा’ का बुद्ध निर्वाण स्थलीय कुशीनगर में हुआ स्वागत

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-यात्रा 10 जिलों में लगभग 800 किलोमीटर की दूरी तय करके 6 अगस्त हिरोशिमा दिवस पर सारनाथ में भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ सम्पन्न होगी.

कुशीनगर:
शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, आजीविका और खेती जैसे आम जनता से जुड़े मुद्दों पर नीति निर्माताओं और जन प्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराने के उद्देश्य से वाराणसी में मुंशी प्रेमचंद के गाँव लमही से निकली 7 दिवसीय जन अधिकार चेतना यात्रा चौथे दिन मंगलवार को कुशीनगर पहुंचने पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सिसवा महंत, कसवा, पडरौना आदि कई स्थानों पर भव्य स्वागत किया, कई स्थानों पर नुक्कड़ सभाए एवं संवाद का आयोजन किया गया. कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए यात्रा के उद्देश्यों के बारे में लोगों को अवगत कराया गया. ज्ञातव्य है कि यह यात्रा एक देश समान शिक्षा अभियान एवं आशा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गयी है जो 10 जिलों में लगभग 800 किलोमीटर की दूरी तय करके 6 अगस्त हिरोशिमा दिवस पर सारनाथ में भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ सम्पन्न होगी.

यात्रा के बारे में बताते हुए जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय के वरिष्ठ सदस्य अरविन्द मूर्ति ने कहा कि प्रदेश में विधानसभा के चुनाव का माहौल बनने लगा है, आम जन के वोट से सरकारें बनती हैं और 5 साल चलती हैं. चुने जाने के बाद आमजन की मूलभूत आवश्यकताओं और समस्याओं के प्रति हमारे जन प्रतिनिधियों की जवाबदेही कितनी होती है इस पर कुछ कहने की जरूरत नही है. सभी के लिए उच्चस्तरीय शिक्षा, सुलभ स्वास्थ्य, सम्मानजनक रोजगार के अवसर और खेती किसानी के परेशानियों का मौलिक सवाल प्रायः अनुत्तरित रह जाता है. उन्ही सवालों को लेकर हम सडक पर हैं.

मनरेगा मजदूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर ने कहा कि युवा वर्ग चाहे वह गांव का हो या शहर का आज रोजगार और आजीविका के अवसर खोजने के लिए भटकने को मजबूर है. सार्वजनिक क्षेत्र में आउट सोर्सिंग, संविदा प्रणाली और सेवा प्रदाता कम्पनियों द्वारा ठेकेदारी पर काम लेने के बढ़ते चलन से पढ़े लिखे युवकों का शोषण दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. खेती किसानी और स्वरोजगार में भी जोखिम दिनों दिन बढ़ रहा है.

शिक्षा का अधिकार अभियान के संयोजक अजय पटेल ने कहा कि जन अधिकार चेतना यात्रा के माध्यम से हम सभी के लिए बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के अधिकार और खेती किसानी से जुड़े मुद्दे को आमजन की आवाज बनाना चाहते हैं जिससे ये सवाल तमाम राजनैतिक पार्टियों और चुनाव में आने वाले प्रत्याशियों तक पहुंचे और वे इसके प्रति संवेदनशील बन सकें सदन में जाने पर उनकी कोई जवाबदेही सुनिश्चित हो.

यात्रा के संयोजक दीन दयाल सिंह ने कहा कि देश में शिक्षा का बजट बढाया जाय . शिक्षा की गुणवत्ता के दृष्टिगत माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल के आदेश दिनांक 18 अगस्त 2015 का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए और इसे देश के स्तर तक लागू किया जाए. इस आदेश में कहा गया है कि राजकीय कोष से वेतन प्राप्त करने वाले सभी नौकरशाहों, सरकारी कर्मचारियों, जन प्रतिनिधियों आदि के लिए उनके बच्चों को सरकारी प्राथमिक विद्यालय में पढ़वाना अनिवार्य हो. सभी के लिए गुणवत्ता पूर्ण समान शिक्षा की नीति पूरे देश में व्यावहारिक रूप से लागू की जाए.

सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने कहा कि देश में स्वास्थ्य का बजट मौजूदा बजट से तीन गुना किया जाय. आयुष्मान योजना में बीमा योजना के अंतर्गत निजी अस्पतालों में चिकित्सा बंद करके सरकारी अस्पतालों में ही इलाज हो तथा उसको और सुविधायुक्त किया जाए. निजी अस्पतालों द्वारा आम जनता की लूट और शोषण के लिए प्रभावी कानून बने, इनके द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सेवाओं की दर पर नियंत्रण हो

खदान मजदूर यूनियन के संयोजक महेंद्र राठौर ने शिक्षित युवा रोजगार गारंटी कानून बनाये जाने की मांग करते हुए कहा कि देश में सभी रिक्त पदों को तत्काल भरा जाय. रिक्त पदों की भर्ती के लिए अभ्यर्थी की आवेदन प्रक्रिया पूर्णतः निःशुल्क हो, साक्षात्कार के लिए बुलाये जाने पर यात्रा व्यय और रहने खाने का प्रबंध किया जाय.

यात्रा दल यात्रा में शामिल 12 सदस्य दीन दयाल, अजय पटेल, महेंद्र राठौर, मनोज कुमार, श्रद्धा पटेल, कुसुमलता पटेल, दिव्या पांडेय, राजकुमार गुप्ता, अरविंद मूर्ति, प्रियंका वर्मा, हौशिला यादव, सुरेश राठौर का स्वागत करते हुए भूमि बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक गोवर्धन प्रसाद गोंड ने कहा कि किसानो की सम्पूर्ण फसल की शासकीय खरीद की गारंटी हो, भोजन के अधिकार एक्ट में इसे जोड़ कर कानूनी बाध्यता बनाई जाय. ग्रामीण हाट एवं बाजारों को विकसित और संरक्षित किया जाय, इससे फल सब्जी सहित सभी कृषि उत्पादों को भी स्थानीय बाजार मिलेगा.

सामाजिक कार्यकर्ता एवं गीतकार होशिला यादव ने जनवादी गीतों के माध्यम से बेहतर समाज बनाने का संदेश दिया.

कार्यक्रम में उदयभान यादव, केदार सिंह, संजय सिंह, गोवर्धन प्रसाद पाण्डेय, वीरेंद्र यादव, मोहम्मद असलम आदि लोगों की उपस्थिति रही।

मनोज तिवारी रिपोर्ट

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