देश के पहले गृहमंत्री और लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) के सम्मान में बनाई गई उनकी 182 मीटर ऊंची विशाल ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है.
सरदार पटेल की ये प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी’ (93 मीटर) से दोगुनी ऊंची है.
ये प्रतिमा गुजरात के नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध (Sardar Vallabhbhai Patel Rashtriya Ekta Trust) के पास साधु बेट टापू पर खड़ी है.
यह प्रतिमा नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध से 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
प्रतिमा के अंदर 135 मीटर की ऊंचाई पर एक दर्शक दीर्घा बनाई गई है जिससे पर्यटक बांध और पास की पर्वत श्रृंखला का दीदार कर सकेंगे.
सरदार पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की ऊंचाई का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि 7 किलोमीटर की दूरी से भी ये नजर आती है.
इस प्रतिमा के पैर की ऊंचाई 80 फिट, हाथ की ऊंचाई 70 फिट, कंधे की ऊंचाई 140 फिट और चेहरे की ऊंचाई 70 फिट है.
सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा बनाने में करीब 5 साल का वक्त लगा और करीब 3 हजार करोड़ रुपये खर्च हुए.
‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का निर्माण भूकंपरोधी तकनीक से किया गया है. 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं का भी इस पर कोई असर नहीं होगा.
इस स्टैच्यू के अंदर हाईटेक लिफ्ट है. इससे पर्यटक सरदार पटेल की प्रतिमा में काफी ऊंचाई तक जा सकेंगे.
182 मीटर उंची पटेल की प्रतिमा को तैयार होने में पांच साल का वक्त लगा है.
अब तक चीन स्थित स्प्रिंग टेंपल की 153 मीटर ऊंची बुद्ध प्रतिमा के नाम सबसे ऊंची मूर्ति होने का रिकॉर्ड था. लेकिन अब ये रिकॉर्ड भारत के नाम हो गया है.