महराजगंज (रायबरेली)। जहां प्रदेश सरकार नहरों की सफाई करा किसानों को टेल तक पानी पहुंचाने को लेकर कटिबद्ध है तो वहीं सलेथू और रायबरेली रजबहा में साफ सफाई करवाने के नाम पर क्षेत्र के जेई और एई द्वारा अपने कमासुत पूतों को लंबा खेल करते हुए बिना टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हुए ही नहरों की सफाई कार्य करने की मंजूरी दे दी। वहीं क्षेत्र के दर्जनों ग्राम प्रधान व किसानों ने मानक विहीन व बिना टेंडर के सफाई कराने के मामले को लेकर सिंचाई मंत्री और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत भेजकर मामले की उच्च स्तरीय तकनीकी जांच कराकर दोनों अधिकारियों और उनके जेबी ठेकेदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री व सिंचाई मंत्री को प्रेषित शिकायत में हरदोई ग्राम प्रधान आलोक चौधरी, राघोपुर प्रधान श्री कृष्ण, अनूप बाजपेई ग्राम प्रधान अटरा, बरहुआ ग्राम प्रधान सीता देवी तिवारी, सुल्तानपुर ग्राम प्रधान श्रीमती गोमती, घुरौना प्रधान प्रमोद कुमार पासी, असनी प्रधान सुरेशा देवी सहित दर्जनों ग्राम प्रधानों ने शिकायत में कहा है कि उनके यहां से गुजरने वाली सलेथू रजबहा और रायबरेली रजबहा में स्थानीय जे ई और एई ने बगैर टेंडर डलवाए ही अपने जेबी ठेकेदारों के माध्यम से जेसीबी लगाकर नहरों में काम शुरू कर दिया है लेकिन मौके पर सफाई के नाम पर महज खानापूरी की जा रही है सिल्ट ज्यों की त्यों पड़ी है। इस बाबत जे ई और एई को फोन मिलाने पर दोनों अधिकारी या तो फोन नहीं उठाते हैं और उठ भी गया तो अमर्यादित भाषा में बात करते हैं कहते हैं कि हमारी सेटिंग ऊपर तक है जैसा काम चल रहा है चलने दो। वहीं ग्राम प्रधानों व रजबहों के आश्रित किसानों का आरोप है कि इन दोनों अधिकारियों की वजह से काम के नाम पर खानापूरी करके जल्द से जल्द नहरों में पानी छुड़वा दिया जाएगा ताकि कराए गए काम की कोई जांच ना हो सके। इन रजबहों व इनसे निकली अल्पिकाओं से क्षेत्र के लगभग पन्द्रह हजार किसानों की दस हजार हेक्टेयर जमीन में फसलों की सिंचाई होती है। इस मामले में बीते रविवार लखनऊ से आई टीम ने जांचोपरांत मानकविहीन कार्य पर जेई व एई दोनों को कड़ी फटकार लगाई थी। उधर तकनीकी जांच दल के वापस जाने के बाद भी दोनों अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुआ है मामले में जेई व एई का पक्ष जानने के लिए फोन मिलाया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका। वहीं उप जिलाधिकारी विनय कुमार सिंह का कहना है कि शिकायत की जांच कराकर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
अनुज मौर्य /अशोक यादव रिपोर्ट