जल नही तो जीवन नही वैसे बेटिया नही कल नही : नन्दी
बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान 1 जुलाई से 31 जुलाई चलेगा
रायबरेली। प्रदेश के स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन एवं नागरिक उड्डयन व प्रभारी मंत्री जनपद नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने फिरोजगांधी अडिटोरियम में बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित करके किया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा व पुलिस अधिक्षक द्वारा पुष्छगुच्छ देकर प्रभारीमंत्री का स्वागत किया। प्रभारीमंत्री ने कहा कि प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 01 जुलाई से 31 जुलाई तक मनाये जाने वाले बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान को सफल बनाने के निर्देश सभी अधिकारियों जिसमें जिला स्तरीय समिति, पुलिस के सभी अधिकारियों थानेवार गठित टीमें, स्कूलों के प्रधानाचार्य, प्रबन्धकों आदि को दिये है। उन्होंने निर्देश दिये कि महिलाए/बालिकाओं की सुरक्षा तभी सम्भव है जब महिलाए/बालिकाएं जागरूक हो तथा उनकों नियम कानून की जानकारी हो। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार जल है तो जीवन है उसी प्रकार बेटियां न तो कल नही है। बेटियों को प्रत्येक दशा में सुरक्षित सहज करना हम लोगों की जिम्मेदारी है। प्रभारीमंत्री ने कहा कि महिलाए/बालिका सुरक्षा जागरूकता हेतु प्रदेश सरकार द्वारा अनेक कानून योजनाए सुविधाए प्रदान की गई है। अतः महिलाए/बालिकाए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को भली-भांति जाने तथा उनका लाभ ले। महिला हेल्पलाइन 181, वीमेन पावर हेल्पलाइन 1090, 1098 डायल 100, वन स्टाप सेन्टर, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं, 112 एमेरजन्सी, कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ लैंगिक उत्पीड़न अधिनियम 2013 आदि योजनाओं का लाभ उठाये।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा कि बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम मा0 मुख्यमंत्री जी की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है। अभियान के कार्यक्रम की समय सारणी कार्यक्रम आदि स्कूल महाविद्यालयवार, थानावार तय कर दिया गया है। जागरूकता कार्यक्रम प्रातः 10ः00 बजे से 12ः00 बजे तक जनपद के समस्त विद्यालयों में निर्धारित तिथियोंवार आयोजित किया जायेगा। जिसमें थाना प्रभारी नोडल व स्कूल के प्रबन्धक प्रधानाचार्य, अध्यापकगण आदि भाग लेकर बालिकाओं को बालिका सुरक्षा के लिए जागरूक करेंगे। अभियान का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को जागरूक, सशक्त करना व उनकी सुरक्षा में इजाफा करना है।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा व पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने उपस्थित सभी महिलाए/बालिकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि समस्त पुलिसकर्मी महिलाओं, अभिभावकों को क्या करना है और क्या नही करना है इसकी विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि अभियान दूरदराज के क्षेत्रों में ले जाये तथा जागरूकता के माध्यम से महिलाओं व लडि़यों की सुरक्षा को अधिक मजबूत व सुरक्षित किया जाये। अराजक असामाजिक तत्वों शोहदों आदि पर कड़ी नजर रखी जाये कही उनका जमाव बाढ़ा जहां पर महिलाए, बालिकाए, स्कूल, कालेज, कोचिंग सेन्टर, मॉल, पार्क आदि पर कड़ी नजर रखकर शोहदों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जाये तथा प्रथम चरण में उनके सुधारे का मौका दिया जाये। छात्राए व महिलाए किस तरह से बचाव करें इसकी भी जानकारी दी गई तथा पुलिसकर्मियों को निर्देश दिये गये कि यदि कोई सहमति के साथ पति-पत्नी, पुरूष व महिला मित्र, छात्र/छात्राए कही घूम रहे हो तो कोई अप्रिय हरकत न कर रहे हो तो उन्हें किसी भी दशा में न छेड़ा जाये। उनका नाम पता आदि न पुछकर उनकी स्वतंत्रता में किसी भी प्रकार का व्यवधान न उत्पन्न करें। महिलाए/छात्राओं को किसी भी दशा में थाना न लाया जाये और न ही उनका पर्स, मोबाइल आदि न लिया जाये। संवेदनशीलता, मानवीयता का व्यवहार मन मस्तिष्क में रखकर कार्य किया जाये।
जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रत्येक महिला विद्यालयों में एक शिकायत पेटिका रखा भी रखा जायेगा। जिससे सप्ताहवार सम्बन्धित थानों के पुलिस प्रभारियों को सौपें तथा गम्भीर प्रकरणों की जांच महिला पुलिस की उपस्थित में कराई जायेगी। रिदम एकादमी की डा0 श्रेया के संस्था व कई विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा लघु नाटिकाय, नृत्य आदि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से महिला व बालिका को जागरूक किया गया। प्रभारीमंत्री द्वारा रिदम एकादमी संस्था की डा0 श्रेया व कई विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को स्मृति चिन्ह भी दिये। एडीएम एफआर डा0 राजेश कुमार प्रजापति, नगर मजिस्ट्रेट जयचन्द्र पाण्डेय, एडी सूचना प्रमोद कुमार सहित जनप्रतिनिधि अनुभव कक्कड़, आर0बी0 सिंह, पुष्पेन्द्र सिंह, अभिलाष कौशल, मोहित अग्रवाल, पुनम तिवारी, महेन्द्र अग्रवाल, अतुल गुप्ता, सारिका शुक्ला, विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य व छात्राए जनपदस्तरीय थाना प्रभारी आदि स्वयं सेवी संस्थाओं के पदाधिकारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान द्वारा किया गया।
अनुज मौर्य रिपोर्ट