हमें प्राचीन परंपराओं को अपनाकर स्वस्थ जीवन जीना है- केवी शुक्ला

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अयोध्या। स्वर्ण प्राशन हमारी वैदिक परंपरा का एक अंग रहा है । जानकारी के अभाव में हम इस विधा से दूर होते चले गए और हमारा शरीर रोगों का घर बन गया । हमें प्राचीन परंपराओं को अपनाकर स्वस्थ जीवन जीना है। प्रारंभ से ही स्वस्थ रहने की विधाओं को अपनाकर स्वस्थ समाज की संरचना होती है ।
उक्त विचार मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार केवी शुक्ला ने साकेत पुरी स्थित अनंत शिखर में आयोजित स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम में व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि वर्तमान में स्वास्थ्य पर ही सबसे अधिक खर्च हो रहा है। यदि बाल्य काल में ही स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देकर समुचित खानपान अपने बच्चों को कराया जाए तो निश्चित ही स्वस्थ शरीर एवं प्रबुद्ध मस्तिष्क बनेगा। स्वर्ण प्राशन का कार्यक्रम अत्यंत सराहनीय है। कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं साकेत महाविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष सुनील पाठक , गौरव तिवारी, डॉ सम्राट अशोक मौर्य , आर पी सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए और स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम कराने के लिए वैद्य आर पी पांडे को बधाई दिया तथा हर संभव सहायता देने का आश्वासन भी दिया। कार्यक्रम की शुरुआत में आयुर्वेद के जनक धन्वंतरी भगवान के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया गया।
स्वर्ण प्राशन पर कार्यक्रम के संयोजक डॉ आर पी पांडे वैद्य ने विस्तार से इसकी आवश्यकता एवं लाभ पर प्रकाश डाला । कार्यक्रम में 150 बच्चों को स्वर्ण की शोधित दवा दी गई तथा केसर युक्त खीर भी खिलाई गई ।
कार्यक्रम में ए के राय , उपजा जिला अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी , जेपी गुप्ता , सुशील पांडे , अजय श्रीवास्तव , नेहा पांडे , विवेक वर्मा , विमला पांडे , वीरेंद्र शर्मा , राजू मिश्रा , अवधेश मिश्रा , अमित कुमार आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

मनोज तिवारी रिपोर्ट

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