उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में पिछले करीब एक पखवाड़े से मेरठ-दिल्ली मार्ग पर पुलिस प्रशासन द्वारा रोडवेज और प्राइवेट वाहनों के लिए की गई डायवर्जन व्यवस्था बुधवार की रात से रद्द कर दी गई.
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में पिछले करीब एक पखवाड़े से मेरठ-दिल्ली मार्ग पर पुलिस प्रशासन द्वारा रोडवेज और प्राइवेट वाहनों के लिए की गई डायवर्जन व्यवस्था बुधवार की रात से रद्द कर दी गई. ताजा फैसले के बाद अब रोडवेज और प्राइवेट बस पहले की तरह दिल्ली रोड पर ही दौड़ेंगी.
दिल्ली रोड पर जाम का हवाला देते हुए यातायात पुलिस ने करीब 15 दिन पहले डायवर्जन व्यवस्था लागू की थी, जिसके तहत सभी प्रकार की बसों को कंकरखेड़ा फ्लाईओवर के नीचे से कैंट होते हुए भैंसाली रोडवेज डिपो तक भेजा जा रहा था.
नयी व्यवस्था से रोडवेज व निजी बस संचालकों का बजट गड़बड़ा गया था. सबसे ज्यादा मार यात्रियों पर पड़ी. उन्हें बसों में भी अतिरिक्त किराया देना पड़ा और वहां से ऑटो पकड़कर गंतव्यों तक पहुंचने के लिए भी किराया चुकाना पड़ रहा था.
रोडवेज अधिकारी तभी से डायवर्जन का विरोध कर रहे थे. पुलिस प्रशासन द्वारा बात नहीं माने जाने पर रोडवेज अधिकारियों ने आयुक्त अनीता मेश्राम से शिकायत की थी. आयुक्त ने जिलाधिकारी अनिल ढींगरा से मामले की जांच करने को कहा था.
जिलाधिकारी ने बताया कि यात्रियों की समस्या देखते हुए बसों का संचालन अब पूर्व की तरह ही होगा. साथ ही यातायात पुलिस को निर्देशित किया गया है कि दिल्ली रोड पर जाम न लगे, इसके लिए कार्य योजना बनाई जाए.