यूपी डेस्क-कानपुर मार्ग पर बुधवार को अकरमपुर के पास शव सड़क पर रख कर मुआवजे की मांग कर रहे परिजन व भीड़ ने जमकर उपद्रव किया। सूचना पर अफसरों के पहुंचने पर बिना किसी बात को सुने भीड़ ने पथराव चालू कर दिया, जिसमें 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों को शांत कराने के लिए पुलिस को मजबूरी वश लाठी भांजनी पड़ी। मामले में तीन दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर रिपोर्ट दर्ज की गई है। उन्नाव एसपी ने बताया कि कानून हाथ में लेने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही हैं। वही तीन पुलिसकर्मियों को सिर में गम्भीर चोट आने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मंगलवार को अकरमपुर के पास कार की चपेट में आने से बाइक सवार देवीखेड़ा गांव के राजेश और विपिन की मौत हो गई। नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार शाम को अस्पताल गेट पर रखकर जाम लगाया था। तब अधिकारियों के समझाने पर शांत हो गए मगर बुधवार सुबह आक्रोशित भीड़ अकरमपुर स्थित उन्नाव कानपुर मार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन करने लगी। जाम लगाकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने भीड़ को हटाने का प्रयास किया तो कुछ शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया। देखते ही देखते एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी चुटहिल हो गए।
पूरे मामले में शिथिलता बरतने पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली, प्रभारी चौकी मगरवारा व दो सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया हैं तो वही सीओ सिटी से स्पष्टीकरण माँगा गया हैं
वही आईजी ने पूरे प्रकरण की जाँच रायबरेली के अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव को सौपी हैं अब देखना ये होगा कि पूरे प्रकरण जाँच में क्या असलियत सामने निकल कर आती हैं।
अनुज मौर्य रिपोर्ट