तिलोई (अमेठी)। प्रभारी जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी प्रभुनाथ व पुलिस अधीक्षक डा. ख्याति गर्ग तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों की जन समस्या सुन रहे थे, मौके पर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शिकायतें लंबित न रखी जाये। उन्हेाने कहा कि शिकायतों को गम्भीरता से लिया जाये। प्राप्त शिकायतों का निस्तारण कर निस्तारित शिकायतों को समय से अपलोड किया जाए।
प्रभारी जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि ग्रामीणों के शिकायती पत्र प्राप्त होते ही तुरन्त कार्रवाई अमल में लाई जायें। ताकि तत्समय ही मौके पर ही निस्तारण किया जा सके। उन्होंने कहा कि तहसील दिवसों में इसी प्रकार की शिकायतें प्राप्त होती है। यदि सम्बंधित विभाग समय से जनता की शिकायतें सुनकर निस्तारण करें तो तहसील दिवस में शिकायतों का ग्राफ कम हो जाये। प्रभारी जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जन सामान्य के कल्याणार्थ संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगो को दिया जाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होने कहा कि जन सामान्य को मूलभूत सुविधायें मिले। उन्होंने कहा शासन द्वारा संचालित योजनाएं पात्र व्यक्ति तक अवश्य पहुंचनी चाहिए, कोई भी पात्र व्यक्ति शासन द्वारा संचालित योजनाओं से वंचित नहीं रहना चाहिए। सम्पूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों की जन समस्याएं सुनी और उन समस्याओं/शिकायतों का संबंधित अधिकारियों द्वारा निस्तारण कराया जा रहा था। प्रभारी जिलाधिकारी ने हिदायत दी कि जो भी शिकायत प्राप्त हो रही है उनका समय बद्ध तरीके से निस्तारण कर दिया जाए। 173 प्रार्थना पत्रो में 3 का निस्तारण मौके पर हो गया ।
प्रभारी जिलाधिकारी वन्दिता श्रीवास ने कहा कि शासन जन समस्याओं के निस्तारण के प्रति अत्याधिक गम्भीर है और इसमें उदासीनता एवं लापरवाही क्षम्य नही होगी। उन्होने कहा कि अब सभी शिकायतें ऑनलाईन की जा रही है। इन शिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता की लखनऊ मुख्यालय पर भी नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाती है। उन्होने बताया कि शिकायतकर्ता को निराकरण के सम्बन्ध में लिखित में जानकारी दें तथा शिकायत के निस्तारण/जांच के समय सम्बन्धित शिकायतकर्ता को साथ अवश्य लें ताकि सही स्थिति की जानकारी मिले।
प्रभारी जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी दशा में शिकायत को लंबित न रखा जाये शिकायत का त्वरित गति से निस्तारण होना चाहिए। पुलिस अधीक्षक डा. ख्याति गर्ग ने कहा कि पुलिस से संबंधित मामलो में स्वयं संबंधित थानाध्यक्ष मौके पर जाकर शिकायत का निस्तारण करायें।
मोजीम खान रिपोर्ट