ऊंचाहार (रायबरेली)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की सत्ता संभालते ही सबसे पहले उत्तर प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दे दिए थे, पर आज भी सड़कों और गड्ढों की पुरानी यारी को सरकार तोड़ नहीं सकी, खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ता है वह भी वीआईपी जिला कहे जाने वाले रायबरेली भी इन सब कमियों से अछूता नहीं रहा है। मामला ऊंचाहार तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत सवैया राजे के पूरे चांदन का है जहां गांवों की रोड की बदहाली ने सभी दावों की पोल खोल के रख दी है। जहां सड़कों की बदहाली से ग्रामीण खासा परेशान नजर आ रहे हैं। वहीं स्कूली छात्रों को भी इसी रास्ते से गुजरना पड़ता है जिस रास्ते पर काफी गंदगी और बड़े-बड़े गड्ढे है गड्ढों में पानी भरा होने के कारण व कीचड़ होने के कारण उसमें मच्छर पैदा हो रहे हैं जो डेंगू , मलेरिया जैसी बीमारियों को जन्म दे रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगों को इसी कीचड़ भरे रास्ते से आना जाना रहता है। सबसे ज्यादा दिक्कत तो हमारे छोटे-छोटे बच्चों को व इसी रास्ते से जाने जाने वाली स्कूल बच्चों को होती है। बरसात में तो दरवाजे तक कीचड़ व पानी भर जाता है मगर हम लोगों की सुनने वाला कोई नहीं है। सबसे प्रमुख समस्या जल निकासी है, जल की निकासी न होने के कारण पानी सड़कों पर जमा हो जाता है जिससे उसमें गाड़ियों के आने जाने से बड़े-बड़े गड्ढे हो जाते हैं। यह एक जगह की समस्या नहीं है अमूमन पूरे ग्राम सभा के लगभग सभी गांव में यह समस्या है मगर जिम्मेदार कुछ करने के बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। अधिकारी भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करते , चाहे जितनी शिकायतें जाएं कोई फर्क नहीं पड़ता। देखने वाली बात रहेगी की इस खबर के देखने के बाद क्या सरकार अपने लापरवाह अधिकारियों पर कोई कार्रवाई करती है या नहीं यह आने वाला समय बताएगा।
अनुज मौर्य /मनोज मौर्य रिपोर्ट