अयोध्या:
अयोध्या में सरयू जी ने एक बार फिर रौद्र रूप धारण कर लिया है।नेपाल से 1.20 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से सरयू में उफान तेज हो गया है।सरयू खतरे के निशान से 16 सेमी ऊपर बह रही है। सरयू के रौंद रूप से तटवर्ती इलाकों में पलायन तेज हो गया है।प्रशासन ने बंधे की निगरानी बढ़ा दी है।
आपको बता दे कि सरयू का जलस्तर प्रतिघंटे आधा सेमी. की रफ्तार से बढ़ रहा है। मंगलवार शाम पांच बजे सरयू का जलस्तर 92.89 मीटर रिकॉर्ड किया गया जो कि खतरे के निशान 92.73 मीटर से 16 सेमी. ऊपर है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल से 1.20 लाख क्यूूसेक पानी छोड़े जाने व पहाड़ो में लगातार हो रही बारिश के कारण सरयू में उफान तेज हुआ है।
जल आयोग की रिपोर्ट के मुुताबिक सरयू में अभी उफान जारी रहेगा। पिछले 24 घंटे में सरयू के जलस्तर में नौ सेमी. की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।उधर सरयू में उफान के चलते रुदौली के दो गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। रुदौली के कैथी मांझा व नासिरपुर गांव में रास्ते में पानी भर गया है। हालांकि अभी आबादी तक पानी नहीं पहुंचा है फिर गांव की खेती पानी में डूब गई है तो वही पशुओं के लिए चारे का संकट खड़ा हो गया है। लोग बाढ़ की संभावना को देखते हुए ऊंचे स्थानों पर शरण लेने लगे हैं। एडीएम वित्त एवं राजस्व जीएल शुक्ल ने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए हमारी पूरी तैयारी है। गांवों में आवागमन के लिए चार बड़ी नावें लगवा दी गई हैं। वहीं अभी सदर व सोहावल में बाढ़ का खतरा नहीं है।
आबादी के इलाकों में पानी नहीं पहुंचा है। पूरा बाजार के कुछ गांव के मुहाने तक बाढ़ का पानी जरूर पहुंच गया है, फिर भी गांव अभी सुरक्षित हैं। रुदौली में छह, सोहावल में तीन व सदर में एक बाढ़ चौकी स्थापित की गई है। इस पर समस्त संसाधन उपलब्ध हैं साथ ही चिकित्सा, राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम भी तैनात की गई है। तिरपाल, राहत सामग्री का पूरा स्टॉक है।बताया गया कि जब जलस्तर 93 मीटर को पार करता है तब बाढ़ की स्थिति बनती है। प्रतिघंटे वह स्वयं बाढ़ की स्थिति पर नजर रखे हैं।
मनोज तिवारी रिपोर्ट