ब्रिटिश काल से चौधराना परिवार लगवाते है दशहरा का मेला

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इन्हौना (अमेठी)।- ब्लाक क्षेत्र के इन्हौना कस्बे में लगने वाला दशहरा मेला आपसी भाईचारे का मिसाल है यह मेला गंगा जमुनी तहजीब का प्रतीक माना जाता है इस मेले का आयोजन ब्रिटिश काल से चौधराना परिवार द्वारा डेढ़ दशकों से बड़े ही विधि विधान से किया जाता है। जिसमें रामलीला, रावण वध आदि का मंच सजाकर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते हैं। जिसमे स्थानीय कलाकार बड़े ही आकर्षित करने वाले ढंग से दर्शकों का दिल जीतने का प्रयास करते है। इस कलाकारी को देखने के लिए लोग दूर-दराज से मेला परिसर पहुंचते हैं। इन्हौना क़स्बे में दशहरा मेला ब्रिटिश काल मे 14 दिन तक चलता था। लेकिन वर्तमान समय मे दो दिन का होता हैं।जिसमें दोनों दिन मेला परिसर में आने वाले दर्शकों के लिए विभिन्न कार्यक्रम किया जाता हैं। जिसमें पहले दिन रामलीला का मंच सजाया जाता हैं पूरे विधि विधान के साथ तीस फुट के रावण के पुतला का वध कर रामलीला का समापन होता हैं। इसी रात नौटंकी का आयोजन होता है दूसरे दिन दंगल घुड़दौड़ आदि कार्यक्रम किए जाते हैं। जिसमें अव्वल आने वाले प्रतिभागी को मेला कमेटी की तरफ से सम्मानित किया जाता है। इस मेले का आयोजन डेढ़ दशकों से इन्हौना रियासत के चौधरी परिवार द्वारा किया जाता है। यह मेला क्षेत्र के लिए एक आपसी भाईचारा की मिसाल है। इस मेले को लोग गंगा जमुनी तहजीब के नाम से भी जानते हैं। मेला आयोजक इन्हौना रियासत के चौधरी व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता चौधरी वहाज अख्तर बताते हैं कि पूर्वजों द्वारा इस परंपरा की शुरुआत करीबन डेढ़ दशक पहले की गई थी।इस परंपरा को आज भी निभाते हुए मेले का आयोजन बड़े ही उल्लास के साथ किया जाता है।

पुतला तैयार करने बाहर से आते है कलाकार

रामलीला के बाद रावण वध में रावण का पुतला तैयार करने के लिए कलाकार बाहर से आते हैं। जो अपनी कलाकारी से रावण का भव्य पुतला तैयार करते हैं मेला कमेटी ने बताया कि 30 फुट लंबे व 7 फुट चौड़े रावण के पुतले को बनाने की तैयारी 10 दिन पहले से शुरू की जाती हैं। बाहर से कलाकार आकर पुतले का आकर बनाते हैं। जिसके बाद स्थानीय कलाकारों की मदद से उसे सजाया जाता है।

दो दिवसीय इन्हौना का मेला आज से

आज और कल 12,13 तारीख दिन शनिवार व रविवार को इन्हौना का दशहरा लगेगा जिसकी तैयारी जोरों पर हैं सुंगंधा ग्राउंड पर लगने वाले मेले को देखते हुए मैदान की साफ सफाई शुरू कर दी गई हैं बड़े दुकानदार पहुँचना भी शुरू कर दिए हैं इस मेले में बड़े बड़े हवाई झूला,मौत का कुआ,निशाने बाजी आदि मेले की रौनक बढ़ाते है।

मोजीम खान रिपोर्ट

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