रायबरेली- ग्राम पंचायतों में होने वाले चुनाव का बिगुल बजते ही गांव की राजनीति गरमा गई है। अपने अपने वोट बटोरने के लिए षड्यंत्र रच कर सही को गलत और गलत को सही दिखाकर अधिकारियों को गुमराह किया जा रहा है। यहा तक कि तैयार नई सूची में कहीं मृतकों का नाम शामिल कर दिया तो कहीं सूची से मृतकों के नाम हटाए ही नहीं गये तो कहीं अन्य ग्राम सभा के लोगों को सूची में शामिल कर दिया गया। इस भ्रष्टाचारी खेल में भावी संभावित उम्मीदवारों के साथ साथ बीएलओ की अहम भूमिका देखी जा रही है। बता दे कि पंचायत एवं नगरीय निकाय निर्वाचन आयुक्त द्वारा ग्राम पंचायत की नई मतदाता सूची जिसमें नाम घटाने और बढ़ाने के निर्देश हैं लेकिन कूट रचित लोगों के साथ मिलकर बीएलओ अपना खेल दिखाने में जुटे हैं। ताजा मामला ऊंचाहार क्षेत्र के ग्राम पंचायत गंगश्री से प्रकाश में आया है जहां ग्रामीण बृजेंद्र कुमार राम आसरे दिलीप कुमार शिव कुमार राम अवधेश राम सूूूूरत पटेल आदि लोगों ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर अवगत कराया है कि मतदाता सूची तैयार करने वाले बीएलओ राहुल मिश्रा अध्यापक ग्राम पंचायत गंगश्री द्वारा सूची में खेल किया जा रहा है। आरोप लगाया गया है कि बिना कोई सर्वे करके दूसरी ग्राम पंचायत के लोगों को नई सूची में शामिल कर लिया गया जबकि गांव के तमाम लोग सूची में शामिल नहीं हो सके। यही नहीं पत्र में यह भी दर्शाया गया है कि बीएलओ द्वारा पूर्व में मृतकों के नाम भी सूची से नहीं हटाया गया। पत्र में सबसे बड़ा सवाल खड़ा करते हुए ग्रामीणों ने बताया कि जिस बीएलओ के कंधे पर जिम्मेदारी दी गई उन्होंने ठेकेदारी प्रथा के तहत गांव के ही पूर्व प्रधान के बेटे रामू को जिम्मेदारी दे दी जो शिक्षामित्र है। ग्रामीणों ने बताया कि जब इसकी शिकायत बीएलओ सेे की गई तो उल्टा शिकायत कर्ताओं के परिजनों को झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिश रच रहे हैं।
अनुज मौर्य रिपोर्ट