कानपुर देहात के नोनारी गांव में रहने वाले श्याम बाबू पुलवामा आतंकी हमले शहीद हो गए थे. बीते शनिवार को उनका अंतिम संस्कार हुआ. जहां एक तरफ परिवार गम में डूबा हुआ है वही साइबर ठग सक्रीय हो गए है और शहीदों के परिवारों को भी टारगेट करने की फ़िराक में लगे हैं
कानपुर: पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों पर साइबर ठगों की बुरी नजर है. आर्थिक मदद के बहाने फोन कर के बैंक डिटेल और एकाउंट नंबर मांग रहे हैं. कानपुर देहात के रहने वाले शहीद श्याम बाबू के मोबाइल के घर पर एक ऐसा ही अंजान नंबर से फोन आया. जिसने शहीद के परिवार को आर्थिक मदद देने के लिए पत्नी से एकाउंट नंबर और बैंक डिटेल की जानकारी जुटाने लगा. जब शहीद की पत्नी को शक हुआ तो उसने फटकार लगाते हुए फोन डिस्कनेक्ट कर दिया.
कानपुर देहात के नोनारी गांव में रहने वाले श्याम बाबू पुलवामा आतंकी हमले शहीद हो गए थे. बीते शनिवार को उनका अंतिम संस्कार हुआ. जहां एक तरफ परिवार गम में डूबा हुआ है वही साइबर ठग सक्रीय हो गए है और शहीदों के परिवारों को भी टारगेट करने की फ़िराक में लगे हैं.
बीते रविवार को शहीद की पत्नी रूबी के मोबाइल पर एक अंजान नंबर से फोन आया, फोन करने वाले ने खुद को गुजरात का रहने वाला बताया. शहीद के पिता ने राम प्रसाद ने उससे बात की तो उसने आर्थिक मदद देने के लिए कहा. साइबर ठग ने एकाउंट नंबर मांगा और बैंक डिटेल पूछने लगा. तभी शहीद की पत्नी को कुछ शक हुआ और उसने फोन फोन डिस्कनेक्ट कर दिया.
शहीद के पिता ने बताया कि मैंने इसकी जानकारी एसडीएम डेरापुर दीपाली कौशिक को दी. एसडीएम खुद घर आए और उन्होंने सलाह दी है कि यदि कोई आर्थिक मदद देना चाहता है तो घर पर आ कर दे. किसी को भी बैंक डिटेल मोबाइल पर नहीं देना है.