अयोध्या:———
सुनवाई की तारीख 17•1• 2022 हुई निर्धारित
अयोध्या स्थित तपस्वी छावनी के महंत जगत गुरु परमहंस आचार्य द्वारा सीजेएम के न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर उनके विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करने की मांग की गई है परमहंस आचार्य के अधिवक्ता गणों अधिवक्ता विरेंद्र कुमार शर्मा, अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार त्रिपाठी, अधिवक्ता मनीष कुमार पांडेय, ने जानकारी देते हुए बताया है कि बताया है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद द्वारा अपनी पुस्तक “सनराइज ओवर अयोध्या नेशन हुड इन अवर टाइम्स” मैं हिंदुत्व की तुलना खतरनाक आतंकी संगठन आईएसआईएस वह बोको हराम से की गई है, श्री महंत परमहंस आचार्य द्वारा दिए गए उक्त प्रार्थना पत्र में यह कहा गया है कि उक्त पुस्तक से हिंदू भावनाएं आहत हुई हैं, तथा सलमान खुर्शीद द्वारा दो धर्मों के मध्य धार्मिक भावनाएं भड़काने हुए विद्वेष फैलाने का प्रयास किया गया जिससे दो धर्मों के मध्य दंगा भड़के और उनकी राजनीतिक रोटी गरम हो सके एक धर्मनिरपेक्ष देश में महत्वपूर्ण पदों पर रही सलमान खुर्शीद द्वारा हिंदू धर्म पर की गई टिप्पणी संविधान की मूल भावनाओं के विपरीत है ,इससे हम हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं काफी आहत हुई है, सलमान खुर्शीद का कार्य भारतीय दंड संहिता के अनुसार संघीय अपराध है, परमहंस आचार्य द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र में यह कहा गया है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को पंजीकृत डाक से भेज कर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाने हेतु निवेदन किया गया था, किंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है इसीलिए यह प्रार्थना पत्र सीजेएम महोदय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है, परमहंस आचार्य के अधिवक्तागणों अधिवक्ता विरेंद्र कुमार शर्मा, अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार त्रिपाठी, अधिवक्ता मनीष कुमार पांडेय, द्वारा यह जानकारी दी गई है कि सीजीएम न्यायालय द्वारा केस की अगली सुनवाई की तारीख 17• 1• 2022 निर्धारित की गई है।
मनोज कुमार तिवारी रिपोर्ट