तिलोई (अमेठी) । सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में करीब दस वर्षों से तैनात स्टाफ नर्स की लापरवाही से शनिवार को एक प्रसव पीड़िता असमय काल के गाल में समा गई है।प्रसूता की मौत से परिजनों में गहरी नाराजगी व आक्रोश व्याप्त है।पीड़िता शुक्रवार की देर रात सीएचसी एम्बुलेंस से उपचार के लिये पहुंची थी।सीएचसी में नर्स की लापरवाही से हुई मौत पर सीएमओ आरोपी नर्स के ही मददगार बन गये है।और कहा कि मुकदमा दर्ज एवं पोस्टमार्टम कराने के बाद ही कार्यवाही की जायेगी। थाना शिवरतनगंज क्षेत्र के गांव चिलौली निवासी कल्लू त्रिबेदी की पत्नी अर्चना त्रिबेदी शुक्रवार की रात प्रसवपीड़ा से कराहते हुये सीएचसी एम्बुलेंस से पहुंची थी। जहां पर एक चर्चित स्टाफ नर्स द्वारा उक्त महिला का उपचार किया गया। शनिवार की सुबह उसने बेटी को जन्म दिया।प्रसव के बाद महिला की हालत गम्भीर हो गई। लेकिन उसकी तरफ किसी ने ध्यान नही दिया। जिसका नतीजा यह निकला कि नर्स की लापरवाही से महिला की मौत हो गयी।पीड़ित परिजनों ने आरोपी नर्स के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की सिफारिश की है।लेकिन स्वास्थ्य महकमे के आला अधिकारी स्टाफ नर्स के मददगार बन गये।बतातें चले कि इसके पूर्व में भी दस वर्षों से तैनात उक्त स्टाफ नर्स की लापरवाही से कई लोगों की असमय मौत हुई थी जिस पर सीएमओ अगर कार्यवाही किये होते तो शायद आज इस महिला को मौत से बचाया जा सकता था।शनिवार को प्रसूता की मौत पर परिजनों का रो रोकर बुरा हाल रहा और नर्स के खिलाफ कार्यवाही के लिये अड़े रहे।इस सम्बन्ध में जब मुख्य चिकित्साधिकारी राजेश मोहन श्रीवास्तव से बात की गई तो वह आरोपी नर्स के खिलाफ कार्यवाही के बजाय बचाव में कसीदे पढ़ते नजर आये।
(मोजीम खान )