महराजगंज रायबरेली।
बीते चार दिन पूर्व युवती के अपहरण किए जाने क़ी सूचना परिजनों द्वारा कोतवाली पुलिस को दिए जाने के बाद सोशल मीडिया पर युवती का जारी वायरल वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ हैं। वायरल वीडियो में युवती अपनी मर्जी से भागने क़ी बात कहते हुए परिजनों व पुलिस को ढूढने व परेशान ना करने क़ी बात कह रही।
बताते चले क़ी बीते 16 जुलाई को कस्बे के बछरावां रोड स्थित सुनील कुमार पुत्र रामफेर यादव क़ी पुत्री सुरभि यादव (21 वर्ष) कस्बे के ही एक नाबालिग के साथ भाग गयी। परिजनों द्वारा अगले दिन पुलिस को अपहरण क़ी तहरीर देते हुए मुकदमा पंजीकृत कराया। जिस पर परिजनों व पुलिस के दबाव पर 24 अगस्त को युवती खुद कोतवाली पहुंची। इस दौरान पुलिसिया बयान में मर्जी से भागने एवं मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयान में युवती ने कांग्रेस के एक नेता सुशील पासी व अन्य का नाम अपहरण में साजिशकर्ता के रुप में बताया। प्रकरण में हो हल्ला तब मचा जब 14 सितंबर को युवती के दोबारा अपहरण क़ी सूचना देने कोतवाली पहुंचे परिजनों द्वारा पुलिस द्वारा बदसलूक़ी एवं साजिशकर्ताओ को संरक्षण देने का आरोप लगाया गया। जिस पर आनन फानन कोतवाली पुलिस द्वारा प्रदेश कांग्रेस महासचिव सुशील पासी को देर रात थाने बैठा लिया गया किन्तु कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के भारी हंगामे एवं पर्याप्त साक्ष्य ना होने के चलते मामले में पुलिस द्वारा सुशील पासी को छोड़ना पड़ा। शनिवार को युवती ने सोशल मीडिया पर अपना बयान जारी करतें हुए अपहरण क़ी बात को झूठा साबित किया हैं। वायरल वीडियो में युवती कह रही हैं क़ी वह अपनी मर्जी से पहली व दूसरी बार भागी। परिजनों के दबाव में उसने अपना बयान बदल दिया ऐसा ना करने पर लड़के व उसके परिजनों को मेरे परिवार वाले मार डालते। परिजनों को नसीहत देते हुए युवती ने कहा क़ी मुझे ना ढूंढे और ना ही परेशान हो। युवती ने जारी बयान में पुलिस को लड़के व उसकी फैमिली को परेशान ना करने क़ी बात भी कही हैं। मामले में प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने कहा क़ी बालिग होने के कारण पुलिस किसी प्रकार का दबाव युवती पर नही बना सकती फिलहाल युवती का अपहरण नही हुआ हैं वह अपनी मर्जी से घर छोड़ कर गयी हैं।
अनुज मौर्य/एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट