बता दें कि प्रदर्शनकारी सर्वर को पूरी तरह ठीक किये जाने और आवेदन की समय सीमा कम से कम पंद्रह दिन और बढ़ाए जाने की मांग को लेकर पिछले दिनों इलाहाबाद में परीक्षा नियामक प्राधिकारी के दफ्तर के सामने अनशन पर बैठे थे.
इलाहाबाद: यूपी में प्राइमरी टीचर्स बनने के लिए ज़रूरी टीईटी यानी टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट के लिए आवेदन करने वाले लाखों अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी ख़बर है. सर्वर डाउन होने की वजह से ऑनलाइन आवेदन की वेबसाइट करीब दस दिनों तक ठप्प रहने की शिकायतों के बाद योगी सरकार ने टीईटी के लिए आवेदन किये जाने की तारीख बढ़ा दी है. अभ्यर्थियों को रजिस्ट्रेशन के लिए तीन दिन और फीस जमा करने के लिए चार दिन का और मौका दिया गया है. टीईटी कराने वाली सरकारी संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने रजिस्ट्रेशन की तारीख सात अक्टूबर और फीस जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ाकर आठ अक्टूबर किये जाने का एलान किया है.
पहले जारी किये गए कार्यक्रम के मुताबिक़ रजिस्ट्रेशन व फीस जमा करने की समय सीमा आज खत्म हो रही थी. सर्वर डाउन होने से होने वाली परेशानियों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आज दोपहर तक जिन अठारह लाख बीस हजार से ज़्यादा अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, उनमें से सिर्फ एक तिहाई ही फीस जमा कर पूरी तरह से आवेदन कर सके हैं. बृहस्पतिवार को दोपहर तक सिर्फ छह लाख बारह हजार अभ्यर्थी ही फीस जमा कर सके थे. यह संख्या भी पिछले तीन दिनों में ही ज़्यादा बढ़ सकी है. अफसरों को उम्मीद है कि अंतिम समय सीमा बढ़ाए जाने की वजह से आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या अब बीस लाख का आंकड़ा पार कर जाएगी.
बता दें यूपी समेत समूचे देश में प्राइमरी टीचर्स के लिए भर्ती होने वाले बीएड या इसके समकक्ष दूसरे डिग्रीधारकों को टीईटी यानी टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट पास करना जरूरी है. यूपी में टीईटी साल में अमूमन एक बार ही होता है. इस बार का टीईटी कराने की ज़िम्मेदारी इलाहाबाद स्थित यूपी की परीक्षा नियामक प्राधिकारी को मिली हुई है.
टीईटी में शामिल होने के लिए बीएड डिग्री धारकों को ऑनलाइन आवेदन करना था. सत्रह सितम्बर से शुरू हुई ऑनलाइन प्रक्रिया का सर्वर शुरू में तीन चार दिन तो ठीक रहा, लेकिन बाद में उसमे दिक्कत आने लगी और इक्कीस सितम्बर से एक अक्टूबर के बीच तो वह न के बराबर चला है. इस वजह से बेरोज़गार डिग्रीधारक आवेदन नहीं कर पा रहे थे.
समूचे यूपी से आए तमाम अभ्यर्थियों ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी दफ्तर पर कई दिनों तक हंगामा भी किया था. हालांकि दो अक्टूबर को दोपहर तक सर्वर को सही कर वेबसाइट को ठीक कर दिया गया था. आवेदन की अंतिम समय सीमा बढ़ाए जाने से तमाम अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली है.