रायबरेली। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर अमेठी के लिए लखनऊ एयरपोर्ट से बाई रोड आते समय रायबरेली के डिडौली गांव के लोगों ने जोरदार स्वागत किया। जैसे ही स्मृति ईरानी का काफिला डिडौली चैराहे पर पहुंचा, मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के जोरदार नारे लगाये। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि रायबरेली-अमेठी कांग्रेस का गढ़ नहीं है। अमेठी विकास का गढ़ है। अगर अमेठी कांग्रेस का गढ़ होता तो बीते साढ़े चार सालों में अमेठी की सभी विधानसभाओं व अन्य हुए छोटे-बड़े चुनाव राहुल गांधी नहीं हारते। उन्होंने कहा कि मोदी और योगी के विकास का ही नतीजा है कि चुनाव के वक्त अपना मुंह दिखाने वाले राहुल गांधी अपनी जनता के बीच आ रहें हैं। उन्होंने कहा कि देश का विकास भाजपा के शासनकाल में ही हो सकता है। स्मृति ईरानी ने राम मंदिर के मामले में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस के लीडर और वकील सुप्रीम कोर्ट में नहीं जाते और इस विशेष प्रक्रिया में बाधा बन जाते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं इस मुद्दे पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहती। कांग्रेस के नेता भारत के सर्वोच्च न्यायालय में इस मुद्दे पर आने में बाधा डालते हैं। इसका जवाब तो मिस्टर गांधी को देना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कमल नाथ का जब बयान आया कि मध्य प्रदेश में उत्तर प्रदेश के निवासियों को मध्य प्रदेश में नौकरी नहीं दी जाएगी, तब राहुल गांधी ने उनका खंडन क्यों नहीं किया। फिर आज वो किस मुंह से अमेठी के नवजवान से आंखों से आंख मिलाएंगे ये देखना है? स्मृति ईरानी ने इस दौरान कांग्रेस और राहुल की जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि भाजपा के द्वारा अमेठी में कराये जा रहे विकास और अपनी सम्भावित हार से राहुल गांधी परेशान हैं। ईरानी ने यह भी दावा किया कि भले ही अभी 2019 के लोकसभा चुनाव को समय है। लेकिन राहुल गांधी यह चुनाव अभी से हार चुके हैं। स्वागत के दौरान एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह, ग्राम प्रधान पूनम सिंह, प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार सिंह के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता ने स्वागत किया। इसके अलावा सारस होटल चैराहे पर जब केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का काफिला पहुंचा तो मौजूद भाजपाईयों ने स्मृति ईरानी का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के नारे लगाये।